दबंगों एक युवक के साथ मारपीट कर मंदिर की दीवार और मूर्ति तोड़ी
फतेहपुर।सदर कोतवाली क्षेत्र के राधानगर आंदोली रोड स्थित कॉलोनी मंदिर की दीवार को मुस्लिम समाज के दो भाइयों ने नशे की हालत में आकर तोड़ दी। विरोध करने पर दोनों भाइयों ने विरोध करता को मार कर लहूलुहान कर दिया।
बताते चलें सदर कोतवाली क्षेत्र के राधानगर स्थित आंदोली रोड में आज बीती रात मुस्लिम समाज के दो भाइयों तौफीक और उसके छोटे भाई ने मंदिर की दीवार तोड़ दी और रखी मूर्ति को गिरा दिया। जिस का विरोध कर रहे आकाश तिवारी को तौफीक ने बड़ी बेरहमी के साथ हाथापाई शुरू की और उसे लहूलुहान कर दी इसकी सूचना आज सुबह आकाश तिवारी ने नजदीकी पुलिस चौकी में दी। सूचना पाकर पहुंची पुलिस फोर्स मौके पर जाकर वारदात का जायजा लिया। आकाश तिवारी ने बताया कि आज से लगभग 2 दिन पहले तौफीक और उसके भाई ने इस मंदिर की जगह पर मस्जिद के निर्माण की बात को लेकर उसके घर के पास आया था उसने बताया कि तौफ़ीक़ और उसका भाई नशे की हालत में आकर उसके साथ गाली-गलौज करने लगा और उससे कहा कि मैं इस मंदिर की जगह अपना मस्जिद बना लूंगा। जिस बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई और बात इस हद तक पहुंच गई कि दोनों में मारपीट शुरू हो गई अकेले आकाश तिवारी को तौफीक और उसके भाई और अन्य साथियों ने मिलकर बहुत बुरी तरह से मारा इसकी सूचना राधा नगर चौकी में दी गई। जिसके तहत तौफीक और उसके भाई के खिलाफ 151 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया और यह हिदायत दी गई कि अगले 6 महीने तक किसी भी प्रकार से कोई विवाद नहीं करेगा। लेकिन आज रात्रि तौफीक का भाई नशे के इंजेक्शन और शराब का सेवन करके जब अपने घर के पास पहुंचा और मंदिर के पास जाकर गाली गलौज करना शुरू कर दिया और कहने लगा कि मंदिर की जगह मस्जिद का निर्माण कराया जाएगा। जिससे फिर दोनों पक्षों में लड़ाई झगड़ा होने लगा और उन लोगों ने आकाश तिवारी को मारपीट कर बुरी तरह जख्मी कर दिया। आकाश तिवारी ने इसकी सूचना सर्वप्रथम बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद को दी जहां बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने पहुंचकर मामले को संज्ञान में लेते हुए नजदीकी पुलिस चौकी सूचना दी।
सूचना पाकर पहुंचे चौकी इंचार्ज विकास कुमार ने दोनों भाइयों तौफीक और उसके छोटे भाई को लाकर चौकी में बंद कर दिया। बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कहा कि जय मंदिर हिंदू की शान है और यहां केवल मंदिर ही बनेगा न की मस्जिद उन्होंने बताया कि पौराणिक रूप से चले आ रहे इस मंदिर लोग पूजा अर्चना करते हैं यदि कोई धर्म के नाम पर इस प्रकार विरोध करेगा तो हम बहुत आगे तक जाएंगे।