रबीउल अव्वल का महीना शुरू होते ही मदरसों मस्जिदों व खानकाहों में लहराने लगे हरे झंडे
फतेहपुर।रबीउल अव्वल का महीना शुरु होते ही मदरसों, मस्जिदों व खानकाहों में हरे झण्डे लहराने लगे हैं। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में नात व दरुद सलाम की आवाजें गूंजने लगी हैं। नबी की आमद की खुशी पर लोगों से भाईचारे के साथ अमन व शांति का पैगाम दिया जाने लगा है। गरीब व बेसहारा जरुरतमंदों की मदद की जाने लगी है।
काजी-ए-शहर कारी फरीद -उद्दीन कादरी ने रब्बीउल अव्वल माह पर रोशनी डालते हुए कहा कि दुनिया व आखिरत की तमाम परेशानियों का हल सुन्नते नबी (नबी की सुन्नत) की पैरवी में है। अल्लाह तआला ने अपने नबी हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैही वसल्लम को दुनिया में उस वक्त भेजा जब इंसानियत दम तोड़ रही थी। इंसानियत को ऐसे में जिन्दमी मिली। श्री कादरी ने कहा कि मुख्तारे कायनात सारी दुनिया के लिए रहमत बनकर आये। उनका हर काम अल्लाह की खुशी के लिए था। उन्होंने कुरआन की हिदायत के मुताबिक जिन्दगी गुजारी। पैगम्बर-ए-इस्लाम की तालीम पर चर्चा करते हुए उन्होने कहा कि इंसानों की हिफाजत अपने में एक बड़ा काम है। इस काम को अपना कर ही दुनिया से आतंकवाद जैसे शब्दों का खात्मा मुमकिन है। शहरकाजी ने जनपदवासियों और मुसलमानों को हिदायत दी कि इस मुबारक माह को खुशी के साथ अमन और भाईचारे के बीच मनायें। क्योंकि इस्लाम अमन का पैगाम देता है और पैगम्बर-ए-इस्लाम ने इस सिद्धान्त को पूरी दुनिया में फैलाया है। अगर मुसलमान नबी की सुन्नतों पर अमल करे और दुनियावासी पैगम्बर-ए-इस्लाम के सिद्धान्तों को पढ़कर अमल करें तो पूरी दुनिया से दहशतगर्दी का खात्म हो जाएगा। काजी-ए-शहर ने कहा कि जुलूसे मुहम्मदी 9 अक्टूबर 2022 दिन इतवार को निकाला जाएगा।