किसी भी राष्ट्र और प्रांत जिले का नाम उत्थान तब निश्चय होता है जब लोग इर्ष्या त्याग कर सहयोग में एक दूसरे का हौसला बढाते हैं–"देशभक्त शिवसेवक महात्मा वैष्णोंदास शिवकरन
फतेहपुर। उत्तर प्रदेश प्रयागराज मण्डल (दोआबा) जनपद फतेहपुर भारतवर्ष में पावन वीर बलिदानी अमर सूरमाओं की धरती आदिकाल के समय से सराहनीय रही है परन्तु आज के कलयुगी इतिहासकारों ने अपने निजी स्वार्थहित में कह लिया जाये या अत्याचारी मुगलकाल और अंग्रेजी हुकूमत में गुलामी के डर,भय का कारण मान लिया जाये माँ गंगा, यमुना, पाण्डु, रिन्द, ससुर खदेरी, सरयू पवित्र नदियों के गोद में बसे *जिला फतेहपुर में स्वयं लंका के राजा लंकापती रावण कैलास से कुण्डेश्वर शिवलिंग को लाकर स्थापित कर रूद्रवन्ती नामक औषधि को लगाया जो पूरे विश्व में कैलाश पर्वत या फतेहपुर जिला की खागा तहसील के मझिलगाँव नामक गाँव कुण्डेश्वर जगह पर ही पायी जाती है। संसार की सारी जगह छोडकर स्वयं यहाँ अश्वत्थामा ने निवास लिया देवमई ब्लॉक खरौली ग्राम में रौली शक्ती पीठ हरिचिन्तेश्वर शिवलिंग झरखण्डी धाम" और कई गुप्त स्थान जिनकी आपार महिमा की महत्ता को आज महत्व विहीन बना के रख दिया है कुछ तो है मेरे दोआबा की धरती में जहाँ तपधारी भृगुमुनी ने निवास किया है।
धिक्कार है उस कलम के हाथों को जो राष्ट्र और प्रांत जिले की महिमा न बखाने
और गद्दार हैं वह लोग जो अपने क्षेत्र के बढते हुए नाम की प्रसंशा करना न जाने।
संदेश -1: टेबल पर रखी हुई एक कोरी डायरी और एक कलम
दस कदम पर खडे़ पचास लोग लिखना है डायरी में जय भारत माता की अब कोई आगे चलके कलम न उठाये बस बातें करें लिखना है लिखना है हवाओं में क्या जय भारत माता की लिखेगा नही न किसी न किसी को आगे बढकर कलम उठाके किसी न किसी को निमित्त बनना पढेगा उसमें हम आपमें से कोई भी हो सकता है।
संदेश-2:कोई नाली है गन्दे कीचड़ से भरी हुई है वहाँ से गुजरने वाले लोगों को भी उस गन्दगी भरी दुर्गन्ध का सामना करना पडता है उस जगह पचास लोग खड़े होकर बोले सफा हो जाये सफा हो जाये यह नाली क्या केवल बातें बनाने से सफा हो जायेगी किसी न किसी को फावड़ा लेकर नाली सफा करना पडेगा तभी स्वच्छता बनेगी।कहने का अर्थ बुद्धिमान उस निमित्त मात्र व्यक्ति के दिल में साहस हौसला भरते है और ईर्ष्यालु जलषी भावना के लोग निन्दा बुराई करने लगते है।ऐसे लोग गद्दार मातृभूमि से नमक हरामी कभी भी कर सकते है निजी स्वार्थ में अंन्धे होकर पूरा करने के लिए किसी भी निचता की हद्द तक गिर सकते है और वह जा सकते हैं।फतेहपुर दोआबा की पावन धरती समय-समय पर वतन के लिए काम आने वाले महापुरुषों को जन्माती आयी हैं आज इसी मिट्टी में जन्मा फतेहपुर का लाल देशभक्त वैष्णोंदास शिवकरन तीनों सेनाओं की सलामती राष्ट्र उन्नति प्रर्थना करते भारतवर्ष के धार्मिक तीर्थ स्थानों से होते हुए लोगों में राष्ट्र प्रेम देशभक्ती की जन जाग्रति फैलाते 25 मार्च 2022 ब्लाक-देवमई थाना औंग के खरौली ग्राम निवासी श्री माता वैष्णो देवी नकटा रौली सिद्ध शक्ती पीठ मन्दिर से नंगे पाँव पैदल फतेहपुर से जम्मू-कश्मीर चाईना मचेल बार्डर चण्डी माँ वैष्णो कटरा से कन्याकुमारी की पदयात्रा कर रहे है जगह जगह जिला फतेहपुर देश के वीरों की बलिदानी के इतिहास का बखान करते है
धन्य हैं जनपद फतेहपुर की भूमी जहाँ कई देशभक्तों ने जन्म लेकर जिले का नाम रोशन किया है