माखनचोर नटवर नन्द किशोर की लीलाओं को सुनकर श्रोता हुए भाव विभोर
बांदा - महेश्वरी देवी मंदिर में आयोजित भागवत कथा श्रवण में भागवताचार्य श्री हरी ओम कृष्ण जी महाराज के श्री मुख से श्रीमद् भागवत कथा की अमृत वर्षा निरंतर चल रही है। श्रीमद् भागवत कथा के पंचम दिवस भक्तों ने बड़े ही भक्ति भाव से श्री मद भागवत कथा का श्रवण किया। महाराज ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला,माखन चोरी लीला,गोवर्धन पूजा एवं छप्पन भोग का बहुत ही भावपूर्ण रूप से वर्णन किया।कथा व्यास जी ने कहा कि गिरराज धरण हम तेरी शरण, कौन पावै जाको पार,प्रेम नदिया की सदा उल्टी बहे धार,जगत नियंता जगदीश्वर जिसकी एक भृकुटि टेडी होने से संसार मे प्रलय आजाती है।उन्होंने कहा कि जिसकी एक मुस्कुराहट से प्रकृति खिल जाती है वो आज नंद यशोदा के आंगन में बालक बन कर क्रीड़ा कर रहा है औऱ धन्य हैं नंद यशोदा,वहीं बाल कृष्ण के ब्रज में आते ही भगवान ने पूतना का वध किया औऱ भगवान शंकर को दर्शन दिया। सकटासुर वध,असुर तृणावर्त वध की कथा का व्याख्यान किया,घर घर जाकर माखन चोरी लीला की व कालिया नाग पर कृपा की।समस्त ब्रजवासियों सहित गोवर्धन की पूजा की एवं किस प्रकार से गोवर्धन पर्वत उठाकर समस्त ब्रजवासियों को इंद्र के कोप से बचा कर रक्षा की।ठाकुर जी को छप्पन भोग क्यों समर्पित किया जाता है,इसकी भी विस्तृत कथा भक्तों को बताई।भागवतकथा के अंतर्गत कथा के समय सभी भक्त और महिलाएं भक्ति संगीत की तरंगों पर झूमते नजर आए
इस मौके पर सिल्लू महाराज, दीपक, कमलेश कुमार गिरजाशरण तिवारी रमेश चन्द्र राहुल द्विवेदी देशराज राघव राजा राम मोहन साहू आकाश ओमर रमन सिंह आरती वंदना पूजा महक आदि