साहित्य विकास समिति द्वारा काव्य गोष्ठी का किया गया आयोजन
बसंत पंचमी व गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर हुआ कार्यक्रम
नगर क्षेत्र से आए कवियों ने कविता सुना बटोरी तालियां
बिंदकी फतेहपुर।बसंत पंचमी तथा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या के मौके पर साहित्य विकास समिति द्वारा एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें नगर व क्षेत्र से आए तमाम कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से खूब तालियां बटोरी
नगर के मोहल्ला महरहा रोड में कवि एवं साहित्यकार मृत्युंजय पांडे के आवास में बुधवार को साहित्य विकास समिति के तत्वाधान में एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें कवि गौरव सिंह अबोध ने पढ़ा हे भारतीय अब आंखें खोलो सर्वत्र नष्ट हो रहा राष्ट्र शिक्षा के वह आदर्श नहीं जो हम सब ने कर डाले हैं। कवि अनिल सास्वत ने पढ़ा जीवन का बसंत हम खोते जा रहे हैं बसंत के मौसम में सरसों खिल रहे हैं कवित्री आकांक्षा देवी ने पढ़ा बेटी सान होती है अलग पहचान होती है राष्ट्र और समाज के निर्माण में उनका योगदान होता है। इस मौके पर कवि प्रेम सागर जनक जी कभी हयातुल्लाह नजमी उमाशंकर गुप्ता राजाराम योगीराज लोकनाथ पांडे राजकुमार गुप्ता ललित गौरव सिंह अबोध अनिल सारस्वत राकेश कुमार कुमारी आकांक्षा द्विवेदी मृत्युंजय पांडे राजन नवीन चंद्र शेखर बेदी कवि आनंद प्रकाश तिवारी कवि करुणा शंकर अवस्थी भैया जी अरुण द्विवेदी सूरज बली विश्वकर्मा तथा सीमा मिश्रा सहित तमाम कवियों ने अपनी रचनाएं पढ़ कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया और खूब तालियां बटोरी।