विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर ज्योति बाबा की चेतावनी
नशा प्रसार के चलते पर्यावरण संरक्षण की धार हुई कुंद... ज्योति बाबा
प्रकृति संरक्षण के लिए जलवायु को बेहतर बनाने की तकनीक को बढ़ावा दें...ज्योति बाबा
प्रकृति के प्रकोप से बचने के लिए संसाधनों को बचाएं... ज्योति बाबा
भारतीय संस्कृत से जुडकर दुनिया में दे प्रकृति संरक्षण संदेश... ज्योति बाबा
कानपुर । विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाने का उद्देश्य उन जानवरों और पेड़ों का संरक्षण करना है जो पृथ्वी के प्राकृतिक पर्यावरण से विलुप्त होने के कगार पर हैं इसीलिए प्रकृति को संरक्षित करने की हर शख्स की जिम्मेदारी है क्योंकि मानव द्वारा अफीम और तंबाकू की खेती एक बहुत बड़े भूभाग में की जा रही है जिसके कारण खाद्यान्न उत्पादन हेतु उपजाऊ जमीन बढ़ती जनसंख्या का पेट भरने के लिए कम पड़ रही है और पर्यावरण प्रदूषण फैलाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के तहत सोसायटी योग ज्योति इंडिया व देव ज्योति के तत्वाधान में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के परिप्रेक्ष्य में आयोजित प्रकृति संरक्षण संकल्प सभा में अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के नेशनल ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही, ज्योति बाबा ने आगे कहा कि धरती को बचाने में संसाधनों के संरक्षण की महत्वपूर्ण भूमिका है उसकी प्राकृतिक सुंदरता में संतुलन प्रकृति के कई हिस्सों जैसे पानी,हवा,मिट्टी,ऊर्जा,मिनरल्स, वनस्पति,पशु पक्षियों को संरक्षित कर किया जा सकता है, इन संसाधनों का मनुष्यों के साथ-साथ बाकी जीवो के लिए भी महत्व है। नशा मुक्त अभियान उत्तर प्रदेश के सह- प्रभारी अमरजीत सिंह पम्मी भैया ने कहा कि विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस की इस बार की थीम कट डाउन ऑन प्लास्टिक यूज रखी है क्योंकि प्लास्टिक ना केवल हमारे देश के पर्यावरण बल्कि विश्व स्तर पर भी हमारी प्रकृति को नुकसान पहुंचा रही है,प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन के कारण मनुष्य ग्लोबल वार्मिंग,विभिन्न बीमारियों,प्राकृतिक आपदाओं,बढ़े हुए तापमान आदि के प्रकोप का सामना कर रहा है। वरिष्ठ समाजसेवी शैलेंद्र शुक्ला ने कहा की विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस इस बात के लिए जागरूक करता है कि एक स्वस्थ पर्यावरण एक स्थर और स्वस्थ मानव समाज की नींव है। डॉक्टर जस्सी शुक्ला ने जोर देकर कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें प्रकृति से धनात्मक संबंध रखने वाली तकनीकों का उपयोग बढाना होगा जैसे जैविक खाद का प्रयोग,डिब्बाबंद पदार्थो का कम इस्तेमाल, जलवायु को बेहतर बनाने की तकनीक को बढ़ावा दे। अंत में ज्योति बाबा ने नशा मुक्त जीवन अपनाते हुए प्रकृति संरक्षण का संकल्प कराया। कार्यक्रम का सु-संचालन नवीन चंद गुप्ता ने किया। सभी अतिथियों का धन्यवाद का० अध्यक्ष योग ज्योति राकेश गुप्ता ने दिया।