पीसीएस ज्योति मौर्या के खिलाफ भ्रष्टाचार एवं अन्य मामलों की जांच की रफ्तार तेज, एक महीने में सौंपने होगी रिपोर्ट

 पीसीएस ज्योति मौर्या के खिलाफ भ्रष्टाचार एवं अन्य मामलों की जांच की रफ्तार तेज, एक महीने में सौंपने होगी रिपोर्ट                



प्रयागराज। यूपी की बहुचर्चित पीसीएस ज्योति मौर्य जिसका पति एक सफाई कर्मी है ने आरोप लगाया था कि उसने पढ़ा लिखा कर और काफी त्याग करके ज्योति मौर्या को एसडीएम की कुर्सी तक पहुंचाने के लिए अपनी तरफ से कोई कोर कसर नहीं छोड़ रखी थी परंतु जब ज्योति मौर्या एसडीएम बन गई तो उनको वही आलोक खराब लगने लगा और उन्होंने आलोक के ऊपर ढेर सारे आरोप लगाते हुए कोर्ट में उसके खिलाफ तलाक की अर्जी भी पेश कर दी थी। इधर आलोक ने विवाद बढ़ने के बाद ज्योति मौर्या की एक डायरी जिसमें उनके भ्रष्टाचार का हिसाब किताब है मीडिया के सामने सार्वजनिक कर दी थी। आलोक का यह भी आरोप था कि होमगार्ड के कमांडेंट मनीष दुबे के साथ उसने ज्योति महोदय को आपत्तिजनक स्थिति में भी देखा था तभी से वह व्यथित हो गया था। आलोक के अनुसार तो ज्योति मौर्य ने मनीष दुबे जो होमगार्ड के कमांडेंट के पद पर तैनात थे उसके साथ विवाह भी कर लिया है इसके साक्ष्य में उन्होंने जयमाल पहनाते हुए फोटो भी पेश की थी, परंतु अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि मनीष दुबे ने ज्योति से शादी की है या नहीं। यदि यह सिद्ध हो जाता है कि मनीष दुबे ने ज्योति से विवाह कर लिया है तो ऐसी स्थिति में उनकी नौकरी भी जा सकती है, क्योंकि एक पत्नी के रहते दूसरी शादी करना कर्मचारी आचरण नियमावली के खिलाफ है। इसमें सात वर्ष की सजा भी हो सकती है।

   फिलहाल एसडीएम ज्योति मौर्या के भ्रष्टाचार के मामले की जांच ने तेजी पकड़ ली है। ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य के लिए जांच कमेटी द्वारा नोटिस भी जारी की गई है ताकि वे अपने बयान दर्ज कराने के लिए हाजिर हो सके आलोक को साक्ष्य के साथ बयान दर्ज कराने के लिए कमेटी ने बुलाया है। इसबीच ज्योति मौर्य के छह अलग अलग बैंक खातों का भी जांच कमेटी द्वारा ब्यौरा मांग गया है। आलोक मौर्य ने ज्योति मौर्य  के खिलाफ पद का दुरुपयोग करते हुए भ्रष्टाचार करने और उससे अकूत संपत्ति बनाने की शिकायत दर्ज कराई है। आलोक मौर्य की शिकायत में 32 पन्ने की एक डायरी भी सौंपी गई है। सूत्रों के अनुसार उस डायरी में लाखों के लेनदेन का ब्यौरा दर्ज है।

  जांच कमेटी के सदस्यों ने लखनऊ के कुछ कार्यालयों से भी कुछ दस्तावेज जुटाए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार जांच कमेटी को 15 दिनों के अंदर मामले की जांच पूरी करना है। शासन द्वारा मिले निर्देश के तहत मंडलायुक्त प्रयागराज विजय विश्वास पंत ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। इस जांच कमेटी में प्रयागराज मंडल के एडिशनल कमिश्नर (प्रशासन) अमृतलाल बिंद को अध्यक्ष बनाया गया है, प्रयागराज के एडीएम प्रशासन हर्ष देव पांडेय और एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट जयदीप कौर इस कमेटी के अन्य दो सदस्य हैं।

टिप्पणियाँ
Popular posts
डीएम एसपी ने संयुक्त रूप से जिला कारागार का किया निरीक्षण
चित्र
अभिषेक श्रीवास्तव ने कायस्थ समाज सहित बांदा जिले का नाम किया रोशन
चित्र
सत्य सनातन धर्म जागरण हेतु आचार्यकुलम द्वारा सामूहिक उपनयन संस्कार कार्यक्रम का किया गया आयोजन
चित्र
तो फिर योगी सरकार में फतेहपुर से नहीं होगा कोई मंत्री !
चित्र
आगामी मोहर्रम पर्व को लेकर पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में सर्व समुदाय के धर्मगुरुओं व संभ्रांत नागरिकों के साथ पीस कमेटी की बैठक संपन्न
चित्र