संवेदनशील पालन-पोषण एवं सीखने के प्रारम्भिक अवसरों पर आधारित चार दिवसीय कार्यशाला का हुआ शुभारंभ
संवेदनशील पालन-पोषण एवं सीखने के प्रारम्भिक अवसरों पर आधारित चार दिवसीय कार्यशाला का हुआ शुभारंभ

जीवन के प्रथम 1000 दिनों में संवेदनशील परवरिश से  प्रारम्भिक बाल्यावस्था के दौरान होने वाले सर्वांगीण विकास की जानकारी भी है अत्यंत महत्वपूर्ण - डॉ अशोक कुमार
फतेहपुर।नीति आयोग, वैन लीर फाउंडेशन एवं विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी के साथ प्रदेश के आकांक्षी जनपद फतेहपुर में चलाई जा रही जीवन के प्रथम 1000 दिवस परियोजना अंतर्गत चार दिवसीय क्षमता अभिवृद्धि कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अशोक कुमार  के मुख्य आतिथ्य एवं अध्यक्षता के साथ अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इश्तियाक अहमद , मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य सलाहकार आलोक कुमार,  विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी की राज्य प्रमुख साक्षी पवार , वैन लीर फाउंडेशन  के परियोजना समन्वयक अनुभव गर्ग, यूनिसेफ के संभागीय सलाहकार    डॉ निघीश मिश्रा आदि के सह नेतृत्व में दिनाँक 20 नवम्बर 2023 जिला प्रशिक्षण केंद्र विकास खण्ड कार्यालय  तेलियानी में किया गया I कार्यक्रम की शुरुवात में उद्घाटन सत्र के दौरान विषय विशेषज्ञ  सोनल रूबी  राय एवं परियोजना कार्यकारी एवं प्रशिक्षक प्रशांत पंकज द्वारा समस्त मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया गया I  कार्यक्रम की शुरुवात मुख्य अतिथियों व प्रतिभगियों के स्वागत व दीप प्रज्ज्वलन से की गई I तत्पश्चात मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अशोक कुमार ने समस्त प्रतिभागियों से सम्पूर्ण चार दिवसीय प्रशिक्षण में संवेदनशील परवरिश को जीवन के  प्रथम 1000 दिवस में होने वाले मस्तिष्क के विकास को महत्वपूर्ण रूप से समझने पर जोर दिया, साथ ही बताया की सम्पूर्ण गर्भकाल में उचित स्वास्थ्य व पोषण के  माध्यम से इस काल में जीवन की नीव रखी जाती है I जिसमें गर्भावस्था दौरान शीघ्र पंजीयन , समस्त स्वास्थ्य जांच का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है  I उद्घाटन सत्र के दौरान अपर  मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इश्तियाक अहमद ने ट्रिपल ए द्वारा किये जाने वाले ग्रहभ्रमण के दौरान दिए  जाने वाली व्यक्तिगत परामर्श को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया उन्होंने कहा की व्यक्तिगत रूप से जीवन के प्रथम 1000 दिनों में गर्भकाल से लेकर दो वर्ष की उम्र तक आशाओं , आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा  जो परामर्श बच्चों व माताओं को एक सुरक्षित एवं सुखद माहौल प्रदान करने के लिए दिया जाता है,  उससे बच्चों के मस्तिष्क  विकास  में सकारात्मक प्रभाव  होता है I वैन लीर फाउंडेशन के जिला कार्यक्रम समन्वयक द्वारा बताया गया की प्रथम  1000 दिवस परियोजना  के तहत पहले चरण में हाई टच में 13 आंगनवाड़ियां चयनित की गई है, और इन 13 आंगनबाड़ियों की सभी कार्यत्रियों के साथ सघन रूप से संवेदनशील परवरिश के मुद्दों कार्य किया जा रहा है I इस परियोजना के दूसरे चरण में जिले के प्रत्येक ब्लाक से 100- 100  मीडियम टच के कार्यकर्ताओं  की क्षमता अभिवृद्धि  शामिल है I समस्त  हाई टच आंगनबाड़ी केंद्रों की  क्षमता वर्धन पश्चात , परियोजना अंतर्गत प्रत्येक ब्लाक के  मीडियम टच आंगनबाड़ी केंद्रों को  प्रशिक्षण प्रदान किया जावेगा I  विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी की स्टेट लीड, साक्षी पवार, ने  बताया कि कार्यशाला के पहले दिन महिलाओं के गर्भावस्था और गर्भ में पल रहे शिशु की संवेदनशील देखभाल पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। दूसरे और तीसरे दिन  संवेदनशील देखभाल के बारे में चर्चाएं होंगी  जो 1 साल और 2 साल तक के बच्चों को समर्पित होगी। साथ ही प्रशिक्षण के चौथे दिन   संवेदनशील देखभाल, परवरिश, और उनके व्यवहार में परिवर्तन पर सत्र आयोजित किये जावेंगे I
यह कार्यक्रम फरवरी 2022 से उत्तर प्रदेश व ओडिशा के दो आकांक्षी ज़िलों में चलाया जा रहा है , एक बच्चे के जीवन में पहले 1000 दिन , जिसे गर्भधारण से लेकर पहले दो वर्षों तक गिना जाता है , छोटे बच्चों में तेजी से बदलाव और विकास का समय होता है जो उनकी सेहत पर आजीवन प्रभाव डालता है I कार्यक्रम की मुख्य प्रशिक्षक अर्पिता कुमारी ने गर्भावस्था में मां और बच्चे की अद्भुत यात्रा से परिचित होने पर सत्र लिया। जिसमें अर्पिता ने प्रतिभागियों को एक वीडियो दिखाया वीडियो में गर्भकाल में शिशु का विकास कैसे होता है इस बारे में बताया । गर्भकाल में पहली तिमाही दूसरी तिमाही और तीसरी तिमाही में बच्चे के कौन-कौन से अंगों तंत्रिकाओं का विकास होता है। इस चर्चा में सभी प्रतिभागियों ने कुशल रूप से भाग लिया और इसे समझा।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में चार ब्लाक तेलियानी हसवा भिटौरा  एवं शहरी परियोजना की आंगनवाड़ी कार्यकत्री  ,आशा, संगिनी ए.एन.एम सुपरवाइजर बी.पी.एम, बी.सी.पी.एम ने सक्रीय रूप से  भाग लिया अंत में उदघाटन समापन के दौरान विक्रमशिला टीम से विषय विशेषज्ञ (प्रारंभिक बाल विकास ) आर्यन कुशवाहा  ने मुख्य अतिथियों  का धन्यवाद एवं सभी प्रतिभागियों का आभार प्रगट किया I
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