अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं जैविक उत्पाद
जैविक खेती मे लागत कम और लाभ होता ज्यादा
फतेहपुर।भिटौरा विकास खंड के ग्राम पंचायत तारापुर के पास उपकृषि निदेशक राममिलन सिंह परिहार के निर्देशानुसार नमामि गंगे परियोजनान्तर्गत कृषि विभाग की सर्विस प्रोवाइडर ईश एग्रिटेक प्रा.लि.इंदौर,मध्य प्रदेश द्वारा कृषि गोष्ठी आयोजित हुई।शुभारंभ फीता काटकर मुख्य अतिथि अमित तिवारी ने किया।उन्होंने कहा जैविक विधि द्वारा खेती करने से उत्पादन की लागत तो कम होती ही है इसके साथ ही कृषक भाइयों को आय अधिक प्राप्त होती है तथा अंतराष्ट्रीय बाजार की स्पर्धा में जैविक उत्पाद अधिक खरे उतरते हैं। जिसके फलस्वरूप सामान्य उत्पादन की अपेक्षा में कृषक भाई अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।पशु वैज्ञानिक डा.संजय कुमार पांडेय ने कहा पशुधन के बिना प्राकृतिक खेती संभव नही है।कृषि वैज्ञानिक डा.शिवमंगल सिंह,गौआधारित कृषक रामकांत तिवारी,प्रगतिशील किसान वीरेंद्र यादव ने भी जानकारी दी।कृषि गोष्ठी की अध्यक्षता नोडल अधिकारी निहाल कुरैशी ने व सफल संचालन आलोक गौड़ ने किया।इस मौके पर योजना प्रभारी रवि कुमार,मृदा परीक्षण अधिकारी प्रेमदान,ईश एग्रीटेक के प्रोजेक्ट क्वार्डिनेटर जितेंद्र सिंह,अनिल मिश्रा,रामेंद्र पटेल,विपुल तिवारी,अरविंद यादव आदि रहे।