पीडब्ल्यूडी की धोखेबाजी से गांव-गांव में गुस्सा, सड़कों पर विरोध प्रदर्शन

 पीडब्ल्यूडी की धोखेबाजी से गांव-गांव में गुस्सा, सड़कों पर विरोध प्रदर्शन 



विजयीपुर फतेहपुर। विजयीपुर-गाजीपुर मार्ग निर्माण के नाम पर एक बार फिर से पीडब्लूडी ने धोखा किया। लोक निर्माण  मंत्री के समक्ष लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने कहा था कि तीन मार्च से विजयीपुर-गाजीपुर रोड का निर्माण शुरू हो जाएगा। दो मार्च को ही विभागीय अधिकारी दावा करते हैं कि तीन स्थानों पर निर्माण सामग्री पहुंच चुकी है। रविवार से काम शुरू होगा। विजयीपुर, मोगरिहापुर व नरैनी गांव के आसपास निर्माण का झूठा दावा करते हुए फोटो प्रसारित होती हैं। सोमवार को ग्रामीण, उन्हीं जगहों पर खड़े होकर विभागीय झूठ का पर्दाफास करते हुए प्रदर्शन करते हैं। ग्रामीणों का कहना था विभाग ने यदि एक बार पुन: उनके साथ धोखा किया तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शासन-सत्ता में बैठे सफेदपोश भी जनता के साथ धोखा करने का खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहें। 

विजयीपुर, माेगरिहापुर, नरैनी, मनावां, जागेश्वरधाम, असोथर आदि स्थानों पर ग्रामीणों ने पीडब्लूडी विभाग के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना था मार्ग निर्माण के लिए सामग्री लेकर कोई गाड़ी आई ही नहीं। कहीं पर कोई मशीनरी दिखाई नहीं दे रही है। विभागीय अधिकारी बोल्डर-गिट्टी उतारते हुए ट्रकों की फोटो दिखाकर शासन-सत्ता में बैठे लोगों को कागजी सड़क बनाकर दिखा रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि अच्छी सड़क के लिए उनके बच्चे विगत तीन दशक से इंतजार कर रहे हैं। एक पीढ़ी अच्छी सड़क के इंतजार में समाप्त होने के कगार पर पहुंच गई। रोड और रोडवेज की सुविधा कल्पना साबित हो रही है। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के बाद भी इस सड़क पर रोडवेज देखने को नहीं मिली। एक बार फिर से पीडब्ल्यूडी विभाग मनमानी पर उतारू है और जिला प्रशासन के उच्चाधिकारी तथा सत्तासीन सफेदपोश शांत बैठे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि शासन में सत्तासीन कुछ लोग हैं जो विभागीय अधिकारियों को हिटलर बना रहे हैं। गाजीपुर-विजयीपुर मार्ग निर्माण की झूठी अफवाह फैलाकर विभाग ने साबित कर दिया कि वह सबसे भ्रष्ट विभाग है। 


इनसेट


लोक निर्माण विभाग के खिलाफ सोमवार को विजयीपुर, मोगरिहापुर, नरैनी, मनावा, असोथर तथा गाजीपुर कस्बा में लोगों ने सड़क पर खड़े होकर पीडब्लूडी विभाग झूठा है लिखी तख्तियां लहराते हुए नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन में किसान, नौजवान, बच्चे और बुजुर्ग सभी सम्मिलित रहे। 



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बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडेय ने उक्त मामले में कहा कि बर्दाश्त की भी हद होती है। बार-बार झूठ बोलकर विभाग के अधिकारी लोगों के सब्र का इम्तिहान ले रहा है। केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आखिर क्षेत्र के लोग ही क्यों बार-बार अग्नि परीक्षा दे रहे हैं। शासन-सत्ता में बैठे लोगों की बारी आती है तो अधिकारी ऐसे झूठे और भ्रामक दावे करने लगते हैं। कहा कि जनता के पास वोट की ताकत है, वह अपने सुख-सुविधाओं के लिए इसका उपयोग करना जानती है। 



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गाजीपुर- विजयीपुर मार्ग का इससे पहले भी दो बार शिलान्यास हो चुका है। पूर्व में शिलान्यास के बाद विभाग ने करोड़ों का खेल कर दिया। सड़क बनकर फिर भी नहीं तैयार हो सकी। रोड और रोडवेज की उम्मीद संजोए 400 गांवों के लोगों की उम्मीद को एक बार फिर से झटका देने को तैयार विभाग के प्रति लोगों में जबरदस्त नाराजगी है। 



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सड़क सत्याग्रह से जुड़े सभी कार्यकर्ता, ग्रामीण व समाजसेवी लोग, विभाग की धोखेबाजी से बेहद आहत हैं। 30 साल इंतजार करने वाले लोग, सड़क के लिए और भी कुछ दिन बदहाली में गुजार सकते हैं। जनता के साथ छलावा करने से पहले विभाग के अधिकारी और सत्ता का सुख भोगने वालों को अंजाम की चिंता करनी चाहिए।

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