ग्लोबल वार्मिंग से बढ़ रहा है नस्ल खत्म होने का खतरा... ज्योति बाबा

 ग्लोबल वार्मिंग से बढ़ रहा है नस्ल खत्म होने का खतरा... ज्योति बाबा 



क्लाइमेट चेंज के कारण अगली पीढ़ी के जीव व इंसान हो जाएंगे नपुंसक...ज्योति बाबा 


कानपुर। वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि ग्लोबल वार्मिंग के चलते भविष्य में इंसान समेत कई ऐसे जीव होंगे जिनके नर ज्यादा तापमान की वजह से नपुंसक होते चले जाएंगे,वैज्ञानिकों ने कठोर शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर क्लाइमेट चेंज वैश्विक तापमान में इजाफा व पर्यावरण में यूं ही रसायन मिलता रहा तो इंसान समेत जीव की प्रजनन क्षमता खत्म हो जाएगी,कई जीवों की प्रजातियां भी खत्म हो जाएंगी उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में जूही हमीरपुर रोड व्यापार मंडल व पत्रकार प्रेस परिषद के सहयोग से वृक्ष लगाओ धरती बचाओ थीम पर आयोजित वेबीनार शीर्षक ग्लोबल वार्मिंग से बढ़ रहा है नस्ल खत्म होने का खतरा पर अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्ति अभियान के प्रमुख योग गुरू ज्योति बाबा ने कही,ज्योति बाबा ने आगे कहा कि रिसर्च के अनुसार ज्यादा तापमान वाले पर्यावरण में नर जीव नपुंसक हो रहे हैं जिन जगहों पर तापमान बुरे हालात में नहीं है उन्हें भी नपुंसक होने का खतरा है इसका मतलब यह है कि प्रजातियो का विभाजन प्रजनन के मामले में तापमान के चलते गड़बड़ हो जाएगा, शायद इंसान क्लाइमेट चेंज को कमतर आंक रहा है यहां पर गलती हो रही है इंसानों से अगर इसे नहीं रोका गया तो यह किसी भी महामारी से ज्यादा भयानक स्थिति होगी,कुछ जीव की प्रजातियां तो विलुप्त भी हो सकती हैं जैसे अभी भी ग्लोबल वार्मिंग के चलते प्रतिवर्ष कई सैकड़ा प्रजातियां विलुप्त हो जाती हैं। ज्योति बाबा ने जोर देकर कहा कि एक रिसर्च के मुताबिक ज्यादा तापमान जब मैक्सिमम लिमिट की ओर बढ़ता है तो जानवरों की जान जाने लगती है यह उसे बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। 

प्रेस परिषद के अध्यक्ष ऋषभ मिश्रा ने जोर देकर कहा की भविष्य में पूरी दुनिया एक ऐसी समस्या से जूझेगी जो किसी भी महामारी से ज्यादा बड़ी होगी, धरती पर मौजूद सभी जीवो की अगली पीढ़ी के लिए खतरा है अत्यधिक तापमान छोटे जीवों को मारने लगेगा,अगर किसी जीव की प्रजनन क्षमता कम होती है तो उसकी पूरी प्रजाति पर इसका असर पड़ता है। 

व्यापार मंडल के अध्यक्ष मनबोधन सिंह ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग से भावी पीढ़ी को बचाने के लिए धरती का दोहन व शोषण कम से कम करना होगा,हरियाली बढ़ाने एवं पेट्रोल डीजल की खपत कम करते हुए प्राकृतिक जीवन यापन करना होगा,प्रकृति के साथ संतुलन हर कीमत पर बनाना होगा।

समाजसेवी समरजीत सिंह ने जोर देकर कहा कि जितना तेजी से तापमान बढ़ता है उतनी ही तेजी से मधुमक्खियां जैसे कीट पतंग की प्रजनन क्षमता में कमी आती है इसका असर गाय, मछली और पक्षियों की प्रजनन क्षमता पर भी होता है।

 वेबीनार का संचालन सोशल एक्टिविस्ट गीता पाल व धन्यवाद महामंत्री गगनदीप सिंह ने दिया। अंत में योग गुरू ज्योति बाबा ने सभी को नशा मुक्ति एवं इको फ्रेंडली जीवन यापन का संकल्प भी कराया।

 अन्य प्रमुख विशाल मिश्रा,राजेश गुप्ता, कमल उत्तम,विकास कुमार गौड़ एडवोकेट इत्यादि थे।

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