भगवत कथा का कलश यात्रा के साथ हुआ शुभारंभ
फतेहपुर।विजयीपुर विकासखंड क्षेत्र के ग्राम गोंदौरा में कलश यात्रा के साथ एक सप्ताह चलने वाली भागवत कथा का शुभारंभ किया गया।जिसमें महिला पुरुष भक्तों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। 21 कलश यात्रा के साथ महिला श्रद्धालु पीत वस्त्र पहनकर सर पर कलश धारण कर शामिल हुए। कलश यात्रा कथा स्थल से प्रारंभ होकर पुरे गांव के प्रमुख मार्गों से होती हुई बैंड बाजों, डीजे के साथ पुनः कथा स्थल पर पहुंची। जहां कथावाचक आचार्य देव शरण त्रिपाठी एवं कु० भक्ति त्रिपाठी के द्वारा कथा के प्रथम दिन कथा के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है, जब इसे हम अपने जीवन और व्यवहार में धारण करें। श्रीमद्भागवत कथा के श्रावण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है। कथा का शुभारंभ करते हुए कथावाचक स्वास्तिक महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा, ऐसी कथा है, जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। इसलिए जहां भी भागवत कथा होती है, इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक उर्जा से सशक्त हो जाता है। उन्होंने बताया कि विश्व में सभी कथाओं में यह श्रेष्ठ मानी गई है जिस स्थान पर इस कथा का आयोजन होता है। वह तीर्थ स्थल कहलाता है। इसका सुनने एवं आयोजन करने का सौभाग्य भी प्रभु प्रेमियों को ही मिलता है।
उन्होंने कहा चार-पांच दिन ही इसे सुनने के लिए अपना समय अवश्य निकले। गोदौरा प्रधान प्रतिनिधि शिवपत सिंह के द्वारा शनि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष में यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस मौके पर रामकृपाल सिंह, दिलीप, लोचन ,मनोज शर्मा, दिनेश सिंह ,लाल चंद्र , पुत्तन शुक्ला, राजू यादव आदि लोग मौजूद रहे।