शिक्षामित्रों ने दिया धरना , दिवंगत शिक्षामित्रों को दी श्रद्धांजलि
फतेहपुर। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के बैनर तले जनपद के सैकड़ो शिक्षा मित्रों ने अपनी मांगों के लिए धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों का ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम दिया और 25 जुलाई 2017 के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद दिवंगत हुए शिक्षामित्रों को श्रद्धांजलि दी। तत्पश्चात शिक्षामित्रों ने समूह बनाकर पटेल नगर चौराहा तक कैंडल मार्च निकाला और सरदार पटेल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया, साथ ही वचन लिया कि अब हताशा व निराशा को छोड़कर इस लड़ाई को आर पार लड़ेंगे।
शिक्षा मित्रों के धरने को सभी शिक्षक संघठनो ने अपना समर्थन दिया। धरने को सम्बोधित करते हुए संघ के जिला अध्यक्ष सुशील तिवारी ने कहा कि शिक्षा मित्र पिछले 23 वर्षों से अपनी मांगों व अपने अधिकारों के लिए लड़ रहा है लेकिन सरकार उदासीन बनी हुई है और इसी उदासीनता और संवेदनहीनता के चलते प्रदेश में अब तक लगभग 10 हजार से अधिक शिक्षा मित्रों की मौतें हो चुकी हैं। आज हम पुनः इस धरने के माध्यम से मांग करते है कि शिक्षा मित्रों का स्थाईकरण किया जाए, स्थाईकरण की प्रकिया पूरी होने तक समान कार्य समान वेतन दिया जाए, मेडिकल की सुविधा दी जाए, बीमा की सुविधा दी जाए, महिला शिक्षा मित्रों को उनके ससुराल के घर के पास के विद्यालयों में समायोजित किया जाए, मृतक शिक्षा मित्रों के परिवार के लोगो को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
जिला महामंत्री रवीन्द्र पटेल ने कहा कि सरकार अगर शिक्षामित्रों की मांगों को एक माह के भीतर पूरा नही करती है तो प्रदेश के हर जनपद का शिक्षामित्र आर पार की लड़ाई के लिए 5 सितंबर को लखनऊ जाएगा।
धरने को प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष असोथर अनुराग मिश्रा जिलाध्यक्ष राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ अदीप सिंह, जूनियर संघ के जिला महामंत्री ललतेश त्रिवेदी , यूटा के जिलाध्यक्ष श्री अखिलेश त्रिपाठी , पूर्व जिलाअध्यक्ष उदयभान सिंह ने सम्बोधित करते हुए कहा कि हम शिक्षक शिक्षा मित्र एक ही परिवार के सदस्य हैं और शिक्षा मित्रों की मांगों के पूरे होने तक हर तरह के संघर्ष में हम उनके साथ हैं।