सरकारी शिक्षकों ने प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में ऑनलाइन हाजिरी का किया विरोध
ऑनलाइन हाजिरी को शिक्षकों ने बताया नियम विरुद्ध
महिला एवं पुरुष अध्यापकों ने कलेक्ट्रेट में किया जोरदार प्रदर्शन
हाथ में तख्ती लेकर सरकार से मांगा राज्य कर्मी का दर्जा प्रदान करने की मांग
फतेहपुर। जिले में सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक एवं जूनियर स्तर के स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों ने योगी सरकार द्वारा नए नियम के तहत शिक्षकों को ऑनलाइन हाजिरी देने पर नाराजगी जाहिर करते हुए विरोध दर्ज कराया। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे शिक्षको ने कहा कि उन लोगो के साथ सरकार व प्रशासन द्वारा अपनाये जा रहे दोयम दर्जे के दुर्व्यवहार से पूरे प्रदेश के शिक्षक आक्रोशित है। शिक्षकों ने प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर कलक्ट्रेट में जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए शिक्षकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा प्रदान करने एवं ऑनलाइन हाजिरी जैसे फरमान को अति शीघ्र वापस लेने की मांग के समर्थन में आवाज बुलंद की।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष अदीप सिंह के नेतृत्व में मांगों को लेकर शिक्षकों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से शिक्षकों ने अपनी मांगों के बाबत बताया कि शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति पहले 15 जुलाई से किया जाना था, लेकिन उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने एक आदेश जारी कर उसे 08 जुलाई से कर दिया है जो अव्यवहारिक है। वहीं परिषदीय विद्यालयों में पंजीयन डिजीटलाईजेशन व ऑनलाइन उपस्थिति शिक्षकों की मुख्य समस्याओं के समाधान के बाद लागू किया जाये। इसके अलावा शिक्षकों ने राज्य कर्मी का दर्जा प्रदान करने की भी उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है।