लापरवाही के मामले में जेई, अधिशाषी अभियंता सहित चार के खिलाफ एफआईआर
– कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ मामला
बिंदकी फतेहपुर । विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मियों की लापरवाही से जनपद में जर्जर तारों के टूटकर गिरने से कई जिंदगियां काल के गाल समा चुकी हैं ! ऐसे ही एक पुराने मामले में कोर्ट के निर्देश पर विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है।
बता दें कि मामला चौडगरा पावर हाउस क्षेत्र का है जहां 12-08-2022 की सुबह जर्जर तारों के आपस में टकराकर गिरने से लकी पुत्र दिनेश कुशवाहा उम्र 5 वर्ष गम्भीर रुप से झुलस गया था। प्राथमिक उपचार के बाद गम्भीर हालात में उसे उर्सला कानपुर रिफर किया गया था। स्वास्थ्य में सुधार न होता देख डाक्टरों ने मासूम को संजय गांधी मेडिकल कॉलेज लखनऊ रिफर कर दिया था। मेडिकल कालेज में डॉक्टरों द्वारा शरीर 90% जलने के कारण उसकी अंतिम स्थिति को देखते हुए वापस कर दिया। इस मामले में बच्चे के पिता पीड़ित दिनेश ने विद्युत विभाग के अधिकारियों के पास पहुंचकर मदद की गुहार लगाई लेकिन उसकी कोई मदद नहीं की गई। दिनांक 26-08-2022 को इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई थी। वहीं पीड़ित ने जब विद्युत विभाग के कर्मियों के खिलाफ थाने में प्रार्थना पत्र दिया तो इलाज का हवाला देते हुए अधिकारियों ने टरका दिया। इसके बाद पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। आरोप है कि पीड़ित व ग्रामीणों ने हादसे के पूर्व क्षेत्रीय पावर हाउस चौडगरा के लाइनमैन सहित तत्कालीन अधिकारियों को जर्जर तारों के आपस में टकराकर चिंगारियां निकलने, तार ढीले एवं जर्जर होने की सूचना दी थी बावजूद लापरवाही के चलते मामले को अनदेखा किया गया जिसके बाद हादसा हो गया। मामले में कोर्ट के निर्देश पर तत्कालीन लाइनमैन, जूनियर इंजीनियर (जेई) अधिशासी अभियंता, अधीक्षण अभियंता के खिलाफ गैर इरादतन हत्या मुकदमा दर्ज किया गया है। जिससे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।