समाज मे लड़िकियां आगे हो तो कई पिढ़ियां आगे रहती है - आनन्दीबेन पटेल
समाज मे लड़िकियां आगे हो तो कई पिढ़ियां आगे रहती है - आनन्दीबेन पटेल



बाँदा। कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, के दशम् दीक्षान्त समारोह मे आनन्दीबेन पटेल कुलाधिपति व  राज्यपाल, मे बाँदा पहुंची, उन्होंने अपने सम्बोधन मे कहा कि समाज मे लडकियो की भागेदारी महत्वपूर्ण होती है। उनके आगे रहने से कई पिढियां आगे रहती है। इस दीक्षान्त समारोह मे कुल 21 मेडल मे 15 मेडल छात्राओ ने प्राप्त किया यह इस बात का सूचक है कि लडकियां हर क्षेत्र मे आगे है। अब छात्राऐं कृषि के क्षेत्र मे खेत पर, ट्रैक्टर चलाते हुए व कृषि कार्य करते हुए भी दिखायी देगी। उन्होने सभी पदक विजेताओ को बधाई दी तथा जिन्हे नही मिला है उन्हे निराश न होने के लिये हौसला अफजाई की। कुलाधिपति ने कहा कि आज हमे प्राकृतिक खेती पर विशेष जोर देना पड़़ेगा तभी आने वाली पिढ़ीयां बिमारीयों से मुक्त हों। बिमारियो पे होने वाले खर्च से भी छुटकारा मिलेगा। किसान प्राकृतिक खेती के लिये आगे बढे इसके लिये उन्हे प्रेरित और जागरूक करना होगा। यह कार्य कृषि एवं कृषि के क्षेत्र मे उपाधि प्राप्त युवा और कार्य कर रहे वैज्ञानिक भी आगे बढकर करे। रसायनिक उर्वरको का कम प्रयोग हितकर होगा। जल की समस्या विकराल होती जा रही है। जल प्रबन्धन हेतु विशेष कार्य करने होगें। पानी का रख रखाव सही तरीके से हम सभी को करना होगा। आनन्दीबेन पटेल ने यह भी कहा कि हर खेत मे एक तालाब योजना सरकारो के द्वारा चलायी गयी है जिसे गांव मे दिखना भी चाहिये। जल प्रबन्धन पर हमेे हर दिशा मे कार्य करना होगा। प्रधानमंत्री के आह्वान पर हर घर जल योजना संचालित है। बांदा जिले को हर घर जल प्रबन्धन मे पुरस्कार दिया गया है। हमे खुशी है कि एक महिला जिलाधिकारी के नेतृत्व मे यह कार्य किया गया है। जनता के लिये केन्द्र और राज्य सरकारें कई योजनाऐं संचालित करती है इन योजनाओ को धरातल पर लाने के लिये अधिकारियों को कार्य करना पड़ेगा। आज पोषण हम सभी के लिये महत्वपूर्ण बिन्दु है इसके लिये बचपन से ही बच्चो मे ध्यान देना होगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ती बहनो की महत्वपूर्ण भूमिका है। इनके द्वारा पोषण एवं स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाये जिससे कि अन्य परिवारो मे जागरूकता आ सके। आनन्दीबेन पटेल ने यह भी कहा कि मेरे द्वारा राज्यभवन से आगनबाड़ी एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य हेतु किट दिया गया है। जिसमे सभी उपयोगी वस्तुएंे बच्चो के विकास के लिये लाभकारी है। आगनबाड़ी केन्द्र मे जब कोई बच्चा केश मे कंघी किये आये तो उसका कंघी करके उसे आइने मे जरूर दिखाये जिससे उसे अपने आपको देख के अच्छा लगे अगर वस्त्र के बटन टूटे है तो उसे सुई धागा से, नाखून बढे हो काट कर, चोट लगी हो तो डीटौल लगाकर उनकी मदद अवशय करे। मैने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देशित किया है कि यह किट हर आगनबाडी केन्द्र मे आवश्यक रूप से उपलब्ध कराये। कुलाधिपति द्वारा कल बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बांदा के दशम दीक्षान्त समारोह मे आज कुल 19 छात्र-छात्राओ को पदक एवं उपाधि प्रदान किये।
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