एंटी करप्शन एंड क्राइम कंट्रोल फोर्स ने ज्योति बाबा को बनाया नेशनल ब्रांड एंबेसडर
एशिया बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड धारी ज्योति बाबा का दिल्ली नशा मुक्ति अधिवेशन में हुआ सम्मान
कानपुर/दिल्ली। मादक द्रव्यों के सेवन से चिंता, अवसाद और शिजोफ्रेनिया जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं और भी बदतर हो सकती हैं या उन्हें अत्यधिक बढ़ावा मिल सकता है इससे व्यवहार में भी बदलाव आ जाता है जैसे की आवेग मूड में उतार-चढ़ाव और व्यामोह आदि, उपरोक्त बात एंटी करप्शन एंड क्राइम कंट्रोल फोर्स के तत्वाधान में जानलेवा नशे के खिलाफ राष्ट्रीय अधिवेशन में अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्ति अभियान के प्रमुख एवं एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड धारी योग गुरू ज्योति बाबा ने कहीं,ज्योति बाबा ने आगे कहा कि अब हमें देश के युवाओं को नशे की गुलामी से मुक्त कराने के लिए आजादी की दूसरी जंग लड़ना ही होगा,क्योंकि शायद ही कोई घर ऐसा हो जो नशे के रोग से अछूत हो, इसीलिए सभी सामाजिक संगठनों को मिलकर क्राइम और करप्शन में बाढ़ लाने वाले नशे को समूल मिटाना ही होगा ,तभी भारत दुनिया का आध्यात्मिक विश्व गुरु बन सकता है और विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में खड़ा हो सकता है। अधिवेशन की अध्यक्षता करते हुए फोर्स के राष्ट्रीय चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि किसने कहा कि हम आजाद हैं हमारे बच्चे हमारी आंखों के सामने नशे के दलदल में समा रहे हैं करप्शन और क्राइम सर्वत्र व्याप्त हो चुका है व्यक्ति की नैतिकता चेतना,संवेदनशीलता व मानवीयता नशे में घुलकर बह चुकी है एक अजीब डर व भय के वातावरण में आज हर परिवार जीने को विवश है हम कैसे मान लें कि हम आजाद हैं इसीलिए आज इस मंच से घोषणा करता हूं कि 35 वर्षों से नि:स्वार्थ नशा मुक्ति युवा भारत अभियान चला रहे सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के राष्ट्रीय निदेशक योग गुरू ज्योति बाबा को नेशनल ब्रांड एंबेसडर बनाया जाता है जिनके साथ पूरे देश में युवाओं और नौजवानों को जोड़कर नशे के विरुद्ध जंग का आगाज किया जाएगा,अब समय आ गया है कि हम सब केवल देश के लिए अपने कार्य करें।
अधिवेशन में विभिन्न प्रांतो से आए नशा मुक्ति सेनानियों का स्वागत माल्यार्पण और ट्रॉफी देकर सम्मानित राष्ट्रीय चीफ चंद्रशेखर आजाद जी ने किया।
इस अवसर पर ज्योति बाबा ने 22 प्रदेशों के प्रतिनिधियों को नशा मुक्त भारत का संकल्प भी कराया।
अन्य भाग लेने वाले प्रमुख इंद्रपाल सिंह, सतीश ठाकुर एडवोकेट,सतपाल सिंह एडवोकेट,श्रीमती रीना देवी,श्रीमती भारती विश्वकर्मा, जय भगवान शर्मा, दयाराम मिश्रा, सत्यनारायण साहू ,कौशलेश तिवारी इत्यादि थे।