बालू माफिया संजीव गुप्ता के विरोध में किसान यूनियन ने सौपा ज्ञापन
बालू माफिया संजीव गुप्ता के विरोध में किसान यूनियन ने सौपा ज्ञापन

मरौली खंड 5 बालू खदान में फैला रहा आतंक




बाँदा। जनपद मे बालू माफियाओ के द्वारा लगातार किसानो को परेशान किया जा रहा है, किसानो को डराया धमकाया जाता है, जिसको लेकर के भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के द्वारा जिलाधिकारी बाँदा के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन भेजा गया है। बताया की जिस तरह से बांदा में अवैध खनन हो रहा है, प्रशानन मूक दर्शक बना हुआ है। ज्ञापन के माध्यम से अवैध खनन पर रोक लगाने की मांग की गई है, और किसानों के हुए नुकसान का मुआवजा दिए जाने के भी मांग की गई है। हाल ही में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने ट्विटर के माध्यम से अधिकारियों को निर्देश जारी किए थे की किसी भी दशा में अवैध खनन और ओवरलोड परिवहन न हो राजस्व की क्षति बर्दास्त नही की जाएगी लेकिन बांदा के अधिकारियों को मुख्यमंत्री के आदेशों का तनिक भी भय नहीं है। ताजा तस्वीरें बरियारी बालू खदान से सामने आई हैं जहां प्रतिबंधित पोकलैंड मशीनें नदी की दिशा और दशा बिगड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है जल धारा में खनन किया जा रहा है कुआं नुमा गड्ढे किए जा रहे है जिससे जलीय जीवों की हत्या हो रही है और पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है वहीं ग्रामीणों और उनके पलटी पशुओं को जान का खतरा भी बना रहता है बीते सीजन में इसी खदान में एक युवक की जान भी चली गई थी। वहीं राजस्व को भारी क्षति पहुंचाई जा रही है। पांच साल का पट्टा होता है लेकिन साल दो साल मे ही पूरी बालू खोद ली जाती है वही अधिकारियों की भी मिलीभगत साफ तौर पर नजर आ रही है। खनिज अधिकारी से जब भी सवाल किया जाता है तो वो माफियाओं के हक में ही जवाब देते है। नदी की अस्मत बचाने का तनिक भी प्रयास नहीं कर रहे है। इस खदान के मालिक भी कानपुर नगर निवासी संजीव गुप्ता हैं जो विवादों में रहते हैं। इसी संजीव गुप्ता की मरौली खंड 5 बालू खदान भी है जहां किसानों की फसल नष्ट कर दी गई है जो अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
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