दुर्गा कुंड मे पारंपरिक शास्त्रीय गीतों की प्रस्तुति से रससिक्त हुए श्रोता
दुर्गा कुंड मे पारंपरिक शास्त्रीय गीतों की प्रस्तुति से रससिक्त हुए श्रोता


बाँदा। जनपद के दुर्गाकुंड स्थित अंध विद्यालय में कला दर्शन समारोह हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि पद्मश्री उमाशंकर पांडेय और विशिष्ट अतिथि महाराजा पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पुरुषोत्तम सिंह, आरएसएस के क्षेत्र मार्ग प्रमुख राजेंद्र सक्सेना, संस्था के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शिव प्रकाश सिंह, महामंत्री डॉ. धनंजय, प्रदेश अध्यक्ष दिगम्बर नारायण तिवारी, डॉ. प्रेरणा चतुर्वेदी और मनोज कुमार ने किया।नारी शक्ति एवं कला साधना में मातृशक्ति की भूमिका' और 'परम कलार्पण की ओर से अंध विद्यालय में हुआ आयोजन कला-साहित्य साधकों ने प्रदेशों की खूबियां बताई वैभव के साथ कुटुंब प्रबोधन' विषय पर मुख्य वक्ता डॉ. नीरजा माधव, गीता शाखी, सुचरिता गुप्ता और डॉ. मंजरी पांडेय ने विचार रखे। इसके बाद प्रो. ओमपाल सिंह निडर की अध्यक्षता में कवि सम्मेलन हुआ। जिसमें लखनऊ से डॉ. कुसुम चौधरी, आगरा से कुमार प्रांजल प्रताप, हमीरपुर से शिवकरण सरस, महोबा से शिवरीनारायण खरे, नितेंद्र चौबे, बांदा से मनोज कुमार, उरई से आए रामशंकर गौर ने कविताएं प्रस्तुत कीं। संचालन दीनदयाल सोनी और डॉ. प्रेरणा चतुर्वेदी ने किया।इसके बाद बृजेश कुमार शर्मा का ध्रुपद गायन, सुदेश कुमार खरे का ख्याल गायन, शारदा तनय मिश्रा, सुबोध दुबे, सरोज खुल्बे, प्रियंका सक्सेना और रघुवीर यादव ने भजन से भक्ति रस घोला। संगीता सिन्हा की शिष्याओं द्वारा कथक नृत्य,रायबरेली से पं.रामप्रकाश मिश्रा ने कथक में परंपरागत ठुमरी एवं बाँदा से कथक नृत्यांगना अनुपमा त्रिपाठी ने 'श्री शिव रुद्राष्टकम' स्तुति की मनमोहक प्रस्तुति दी। एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, दीपक कुमार, प्रमोद पाठक, रवि शर्मा, नीरज कुमार, नीरज आदि उपस्थित रहे।
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