आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर मंत्री नन्दी ने लोकतंत्र रक्षक सेनानियों को किया सम्मानित
आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर मंत्री नन्दी ने लोकतंत्र रक्षक सेनानियों को किया सम्मानित

संवाददाता बांदा । आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री एवं जनपद बांदा के प्रभारी मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी जनपद बांदा में आपातकाल के दौरान अत्याचार के विरुद्ध आवाज उठाने और देश में लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने वाले लोकतंत्र रक्षक सेनानियों के सम्मान में बुधवार को भाजपा कार्यालय बांदा में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होते हुए लोकतंत्र रक्षक सेनानियों को सम्मानित किया। मंत्री नन्दी ने कहा कि आपातकाल की काली छाया आज भी उतनी ही गहरी है जितनी 50 साल पहले थी। आपातकाल भारतीय इतिहास की सबसे गहरी काली रात है। यह कांग्रेस के माथे पर लगा एक ऐसा कलंक है जो कभी नहीं मिटने वाला। इस पाप का कोई प्रायश्चित नहीं हो सकता। कांग्रेस पार्टी का अतीत ऐसे अपराधों से भरा पड़ा है जब उन्होंने देश से ज्यादा अपनी खानदानी सत्ता को महत्त्व दिया। मंत्री नन्दी ने कहा कि आपातकाल भी उन्ही अपराधों का अध्याय है। जब केवल सत्ता और कुर्सी बचाने के लिए लोकतंत्र का गला घोट दिया गया। संविधान की आत्मा को चोट पहुंचाई गयी। आजादी के नायकों के सपनों को कुचल दिया गया। आज राहुल गाँधी संविधान की किताब लेकर घूमने का ढोंग करते हैं। लोकतंत्र की रक्षा की दुहाई देते हैं। शायद उन्होंने अपने पुरखों का इतिहास नहीं पढ़ा इमरजेंसी के दौर का दर्द आज भी लोग भूले नहीं है।
केवल अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए देश के संविधान को ताक पर रख दिया गया, न्यायपालिका की स्वतंत्रता को बाधित किया गया, मीडिया की आवाज पर ताले जड़ दिए गए, पूरे विपक्ष को जेल में ठूंस दिया गया। पूरे देश में भय और असुरक्षा का माहौल था राजनैतिक कार्यकर्ताओं को बेरहम यातनाएं दी गयी, सत्ता के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को चुप करा दिया गया। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को एक खानदान का गुलाम बनाने की कोशिश की गयी। लेकिन बहादुर लोकतंत्र सेनानियों ने आजादी की दूसरी लड़ाई लड़कर देश में लोकतंत्र को फिर से बहाल किया।
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