डीएम और एसपी में पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए प्रधानों और चौकीदारों को किया जागरूक
फतेहपुर।जिलाधिकारी संजीव सिंह तथा पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा की अध्यक्षता में थाना असोथर एवं थाना थरियांव में पराली जला जाने की घटनाओं पर रोक लगाए जाने हेतु ग्राम प्रधानों चौकीदारों के साथ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिलाधिकारी द्वारा ग्राम प्रधानों एवं चौकीदारों को निम्नलिखित बिंदुओं पर अवगत कराते हुए पराली जला जाने की घटनाओं पर रोक के लिए प्रमुखता से भागीदारी करने हेतु अपेक्षा की गई।उन्होंने किसानों को अवगत कराएं कि पराली जला जाने की घटनाएं घटनाओं का विवरण यथा - पराली जलाए जाने का समय /दिन - रात एवं उसकी तीव्रता, अक्षांश एवं देशांतर सहित सेटेलाइट के माध्यम से कैप्चर किए जाते हैं ।अक्षांश एवं देशांतर की मदद से पराली जलाए गए खेत में आसानी से पहुंचा जा सकता है।अतएव किसानों द्वारा दिन या रात में पराली जलाए जाने पर सेटेलाइट की नजर से नहीं बचा जा सकता है।
पराली जलाए जाने से मिट्टी में किसान मित्र कीट नष्ट हो जाते हैं तथा भूमि की उर्वरता कम हो जाती है।
उन्होंने कहा कि कृषि विभाग द्वारा जिन किसानों को सब्सिडी पर उपरोक्त कृषि उपकरण दिए गए हैं वे सभी कृषकों को पराली के प्रबंधन हेतु न्यूनतम दर पर यंत्र उपलब्ध कराएंगे। साथ ही कृषि ,राजस्व पंचायत विकास विभाग तथा पुलिस विभाग के ग्राम स्तरीय कर्मचारियों की गठित समिति न्याय/ग्राम पंचायत स्तर पर पराली के संबंध में जागरूकता गोष्ठियां आयोजित करेंगे। इसके बावजूद यदि किसी व्यक्ति के द्वारा पराली जलाई जाती है ,तो उसके विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट तथा रूपए 2500 से ₹15000 तक के जुर्माने की कड़ी कार्रवाई की जाएगी।