राम जन्मभूमि मंदिर की नींव को लेकर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में होगा फैसला
(न्यूज़)।रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए 20-21 नवंबर को दिल्ली में बैठक कर तारीख तय की जायेगी।बैठक में रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट,राम मंदिर निर्माण समिति सहित एल एंड टी,टाटा कंसल्टेंट इंजीनियर्स एवं आइआइटी- चेन्नई के विशेषज्ञ शामिल होंगे।बैठक में मंदिर की नींव के लिए पाइलिग की सफल टेस्टिग के बाद पाइलिग के ऊपर बनने वाली नींव की मजबूती और उसमें प्रयुक्त सामग्री के संयोजन पर प्रमुख रूप से विचार किया जाना है।एक हजार वर्ष तक अक्षुण्ण रहने वाले कालजयी मंदिर निर्माण के लिए नींव की मजबूती को बेहद अहम माना जा रहा है और रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट नींव की मजबूती से कोई समझौता भी नहीं करना चाह रहा है।360 फीट लंबे,235 फीट चौड़े एवं 161 फीट ऊंचे मंदिर के लिए 20 से 60 मीटर तक गहरी एवं एक मीटर व्यास की 1200 पाइलिग होनी है।पाइलिग के ऊपर राफ्टिग के बाद प्री कास्ट सीमेंट अथवा चुनार के पत्थर की पांच-छह फीट मोटी परत से मंदिर की नींव को और पुख्ता किये जाने की योजना है।