खनन को लेकर ही खनन विभाग आरोपों के घेरे में

 खनन को लेकर ही खनन विभाग आरोपों के घेरे में 

 


मुकदमे के बाद भी अवैध खनन जारी 


फतेहपुर।अवैध मौरंग खनन को लेकर हो हल्ला है,खनन के तरीकों पर भी आरोप लग रहे हैं। प्रशासन कार्यवाही भी कर रहा है फिर भी सवाल पूछे जा रहे है कि क्या अवैध खनन रुक गया या फिर ट्रकों में मौरंग की ओवरलोडिंग बंद हो गई। यह सवाल आज भी खनन विभाग के सामने पहले जैसा ही खड़ा है अभी से ही नहीं बल्कि यह सवाल बराबर खनन विभाग से लेकर जिला प्रशासन तक जैसा था वैसा ही खड़ा दिखाई दे रहा है।

जनपद मौरंग खनन को लेकर काफी बदनाम है और इस बदनामी में खनन विभाग का काफी कुछ साथ मिल रहा है तभी तो दिन हो या फिर रात बेधड़क बेझिझक यमुना नदी से मोरंग का खनन जारी है ना तो सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन किया जा रहा है ना ही एनजीटी के नियमों के तहत ही खनन किया जा रहा है जिससे हर साल प्रदेश सरकार को करोड़ों रुपए का चूना खनन माफियाओं द्वारा लगाया जा रहा है जेब भरने की लालच ने ही खनन विभाग ऐसे कामों को अंजाम देने के लिए अपनी मौन सहमति भी दे रखी है।अभी कुछ दिन पूर्व खागा तहसील क्षेत्र में हो रहे मौरंग खनन को लेकर तहसील प्रशासन द्वारा छापा मारा गया और तमाम खामियां भी मिली ऐसी ही कुछ फतेहपुर तहसील क्षेत्र में हो रहे खनन को लेकर उप जिलाधिकारी द्वारा छापा मारा गया और इस छापे में एक नहीं बल्कि कई खामियों के बीच खनन कराए जाने की बात पकड़ में आई।खनन माफियाओं पर मुकदमा दर्ज कर प्रशासन ने यह साबित करने की कोशिश की कि प्रशासन किसी भी कीमत पर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस एनजीपी के उल्लंघन के बाद खनन होने नहीं देगा। फतेहपुर तहसील प्रशासन ने तो खनन माफियाओं पर मुकदमा दर्ज कर प्रशासन के होने का एहसास कराने की कोशिश की लेकिन खागा तहसील प्रशासन कार्रवाई करने की जहमत भी नहीं उठाई। जिसे लेकर तहसील प्रशासन पर तरह-तरह के आरोप लगना लाजिमी हो जाता है।

सवाल तो अभी भी बराबर पूछे जा रहे हैं कि यमुना नदी में अवैध खनन कब रुकेगा ट्रैकों की ओवरलोडिंग कब ठप्प होगी।

टिप्पणियाँ