2 वर्ष पूर्व दुर्घटना में विकलांग हुए श्रीकांत तिवारी ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर लगाई न्याय की गुहार
कानपुर/घाटमपुर।विगत 23 दिसंबर 2018 को मार्ग दुर्घटना में अपने पैर गवा देने वाले श्रीकांत तिवारी पुत्र रामचंद्र तिवारी निवासी 443 बजरंग विहार नई बस्ती खाडेपुर योगेंद्र विहार नौबस्ता कानपुर ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देते हुए बताया कि महोदय दुर्घटना में अपाहिज हो जाने के कारण मेरी समस्त जमा पूंजी इलाज में खर्च हो गई है। यहां तक कि मुझे अपना घर भी बेचना पड़ गया है। मैं आज किराए से रहता हूं मेरे पास ना तो घर है और ना ही खेत है। विधायक जी के पास जाने पर ₹500-1000 मिल जाते हैं जिससे अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा है।
विधायक महेश त्रिवेदी ने लिखित में पीड़ित को आवास, दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने के लिए आयोग को 3 लेटर लिखे अब क्योंकि 2 वर्ष बीत चुके हैं विकलांग प्रमाण पत्र ही बन पाया है। प्रधानमंत्री आवास व राशन कार्ड अभी तक नहीं मिला और अभी तक विकलांगता की पेंशन भी नहीं आई है। जिस कारण से पीड़ित के बच्चों की शिक्षा दीक्षा भी बंद हो गई मकान मालिक भी घर से निकालने की धमकी देता है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1076 भी शिकायत दर्ज कराई थी। किंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है ।
सपा अनुसूचित प्रकोष्ठ के घाटमपुर अध्यक्ष अनिल कुमार कुठार अध्यक्ष ने पीड़ित की समस्या को देखते हुए पत्र में पीड़ित को उचित मुआवजा देने की मांग की है तथा कहां है कि पीड़ित को प्रधानमंत्री आवास व अंत्योदय राशन कार्ड आयोग जल्द से जल्द बनाकर दे ताकि पीड़ित परिवार भूखा ना मरे तथा अपने परिवार का भरण पोषण कर सके।