हर्षोल्लास के साथ मनाया गया भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव

 हर्षोल्लास के साथ मनाया गया भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव



जहानाबाद (फतेहपुर)। जनपद के अमौली विकासखंड अंतर्गत गांव चांदपुर में फूलमती माता आश्रम अंतर्गत चल रही श्रीमद्भागवत कथा में भक्तों का जुनून कथा श्रवण करने उमड़ पड़ा| कथा वाचक व्यास पंडित अशोक द्विवेदी के मुखारविंद से सभी श्रद्धालु भक्तों गणों ने  अनेक कथाओं को श्रवण करते हुए सूर्यवंश की पावन कथा भगवान श्रीराम का जन्म भ्रमण किया| कथा व्यास ने श्रद्धालुओं को सुनाया कि राजा दशरथ ने एक यज्ञ किया जिस यज्ञ के हवि  को रानियों में यथा उचित भाग प्रदान कर दिया गया जिससे सभी अंशों के सहित महलों में 4 पुत्र उत्पन्न हुए| नामकरण कराने पर चारों पुत्रों का नामकरण  क्रमशः श्री राम भरत लक्ष्मण तथा शत्रुघ्न रखा गया| राम जन्म के पश्चात कथा व्यास ने चंद्र वंश की पावन कथा माता फूलमती आश्रम में सुनाई जिसे सुनकर भक्त भावविभोर हो गए| उन्होंने बताया कि एक अत्याचारी राजा कंस जिसने अपनी बहन देवकी का विवाह शूरसेन के पुत्र वसुदेव से किया था| आकाशवाणी को सुनकर आकाशवाणी को सुनकर अपना अहित न देख सका और मान्यवर वसुदेव तथा बहन देवकी को कारागार पर डाल दिया| इसके उपरांत देवकी के छह पुत्रों का वध कंस ने कर दिया तथा सातवां पुत्र गर्भ में ही क्षीण हो गया यह सूचना राजा कंस को दे दी गई| आठवें पुत्र के रूप में स्वयं नारायण ने अवतार लिया जिन्हें वासुदेव जी ने लेकर गोकुल पहुंचाया तथा गोकुल में नंद बाबा के घर योग माया के रूप में जन्मी कन्या को लेकर राजा कंस को दे दिया| उधर प्रातः काल होते ही गोकुल में घर-घर सूचना हो गई कि नंद बाबा के घर मैया यशोदा ने एक सुंदर पुत्र को जन्म दिया है| घर-घर बधाई बजने लगी और सोहर गीतों का हर्षोल्लास होने लगा| चांदपुर गांव के भक्तों ने भी भगवान के अवतार के पश्चात इस हर्षोल्लास को धूमधाम से मनाया| मंच के माध्यम से कथा व्यास पंडित अशोक द्विवेदी ने सुंदर सुंदर भजन बधाई एवं सोहर गीतों का प्रस्तुतीकरण किया| उनके साथ में कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे मां सरस्वती के पुत्र के रूप में आर्गन में संगत कर रहे पप्पू बाजपेई चरई तथा तबले पर राममूर्ति द्विवेदी चांदपुर ने चार चांद लगा दिए| इस मौके पर कथा परीक्षित पप्पू रवि सिंह रामकिशोर भोले अमित देवगौड़ा शनि देव महाराज संतोष परिहार कल्लू सिंह गौतम पिंटू सिंह छोटे एवं शिवकुमार सहित सैकड़ों भक्त गण मौजूद रहे।

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