बाँदा कुसेजा बाबा का अति प्राचीन द्वापर युग का मंदिर
ग्रामीणों की रक्षा के लिए भगवान ने किया गांव में निवास
बाँदा, उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद में जनपद से लगभग 20 किलोमीटर बाहर तिंदवारी मार्ग पर द्वापर युग में बना एक मंदिर आज भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है मंदिर में भगवान हनुमान की अति प्राचीन मूर्ति स्थित है साथ ही साथ आदिकाल से यहां पर राम सीता और लक्ष्मण की मूर्तियां भी अपना इतिहास बयान करती हैं मंदिर के पास स्थित तालाब में जब मंदिर के पुजारी ने खुदाई करवाई तो खुदाई के दौरान प्राचीन काल में निर्मित मूर्तियों के अवशेष वहां से बरामद हुए जैसे ही अवशेष निकलने प्रारंभ हुवे पुजारी ने खुदाई ही बंद करा दी ताकि जमीन के अंदर मूर्तियों के अवशेष को किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचे अगर लोगों की माने तो द्वापर युग के समय में जब पाण्डव यहां से होते हुए चित्रकूट की ओर जा रहे थे तब उन्होंने यहां पर पड़ी कुशा को अपना शेज बनाया था और तभी से यहां के मंदिर का नाम और गांव का नाम कुसेजा पड़ गया और मंदिर के भगवान का नाम कुसेजा बाबा हो गया ।
बात करते हैं यहां के ग्रामीणों की तो ग्रामीणों का यह भी कहना है कि गांव के लोगों को डाकू और चोर लूट लेते थे तब गांव की रक्षा के लिए गांव में मौजूद पुजारी को भगवान ने स्वप्न में आकर मंदिर स्थापित करने की बात कही थी जिसके बाद से ही यहां पर मंदिर की स्थापना कर दी गई और तब से यहां पर किसी भी तरह की चोरी डकैती नहीं होती और इस तरह से गांव के ग्रामीणों की रक्षा कुसेजा बाबा ही करते आए हैं ।