मिठाई, चाय और कोल्ड ड्रिंक के एवज में हुसैनगंज थाने की पुलिस नहीं कर पा रही महिला के साथ न्याय

 मिठाई, चाय और कोल्ड ड्रिंक के एवज में हुसैनगंज थाने की पुलिस नहीं कर पा रही महिला के साथ न्याय



 महिला ने लगाई कप्तान से  न्याय की गुहार


हुसैनगंज/फतेहपुर। हुसैनगंज थाना क्षेत्र के ग्राम भगवान सिंह का पुरवा, मजरे उन्नाव, ब्लाक भिटौरा का है जहां महिला ने अपने नंदोई छोटेलाल रैदास को आज से तकरीबन 3 वर्ष पूर्व ₹90000 उसके बेटे मोनू की शादी के लिए दिए थे। महिला खुद एक गरीब परिवार से हैं इसलिए उसके पास इतना धन एक साथ इकट्ठा नहीं था

 लेकिन अपनी पथरी के इलाज के लिए उसने कुछ रुपए इकट्ठा करके रखा हुआ था बाकी रुपया उसने लोगों से कर्ज लेकर अपने नंदोई के बेटे मोनू की शादी के लिए दिया। छोटेलाल ने भी महिला को आश्वासन दिया था कि मैं 6 महीने में तुम्हारा सारा पैसा वापस कर दूंगा किंतु आज लगभग 3 वर्ष पूरे हो गए हैं इसके उपरांत भी छोटेलाल ने  तुलसी देवी के पैसे वापस नहीं किए। कई बार छोटेलाल से अनुनय- विनय करने के बाद भी जब पैसा वापस नहीं मिला तो मजबूरन तुलसी देवी को हुसैनगंज थाने में लिखित प्रार्थना पत्र देना पड़ा। थाने में जाँच तो शुरू की गई और इस दौरान छोटेलाल और तुलसी देवी को थाने बुलाया गया। कल 17/02/ 2021 को जब दोनों पक्ष थाने में मौजूद थे तो छोटे लाल ने अपने ग्राम प्रधान जोकि तलिया गांव के प्रधान है और छोटे लाल भी तलिया गांव का निवासी है। प्रधान को तथा तीन चार अन्य लोगों को लेकर थाने पहुंचा और वहां पहुंचने के बाद प्रधान की सांठगांठ से थाने में महिला से कहा गया इसने तुम्हारा पैसा नहीं लिया है। जाओ चली जाओ यहां से महिला ने अपने बयान में बताया जब वह थाने गई थी तो घंटों इंतजार करने के बाद जब छोटे लाल आया तो ग्राम प्रधान अंदर थाने गए और उन्होंने थाने में जाकर वहां के आला अफसरों से सांठगांठ की और मिठाई का डिब्बा छोटेलाल से मंगवाया गया चाय, कोल्ड ड्रिंक भी लाई गई उसके उपरांत महिला को थाने से वापस भेज दिया गया।जबकि तुलसी देवी के पास छोटेलाल के बयान जिसमें उसने रु लेंने की बात स्वीकार किया है फिर भी महिला को थाने से न्याय नहीं मिला। इन सब से त्रस्त होकर आज पीड़ित महिला तुलसी देवी ने तेजतर्रार कप्तान सतपाल अंतिल से न्याय की गुहार लगाई है और कप्तान से अनुनय करते हुए महिला ने बताया कि उसके पति एक मजदूर हैं। लेकिन इस वक्त काम ना चलने की वजह से घर में बच्चों का भरण- पोषण बहुत ही मुश्किल से हो पा रहा है। बच्चे भी पढ़ने के लिए स्कूल नहीं जा पा रहे हैं अतःउचित कार्यवाही कर न्याय दिलाने की कृपा करें जिससे वह अपने बच्चों को उचित शिक्षा- दीक्षा दे सके तथा अपने परिवार का भरण पोषण कर सके।

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