लगातार हो रही बरसात से मजदूर का घर धराशाई
गिरिराज शुक्ला
बिंदकी फतेहपुर।मुझसे मिलने मेरी औकात आई है,मकान कच्चा है और बरसात आई है...उपरोक्त पंक्तिया जलाला गाव के दीपक सिंह उर्फ कमल पर चरितार्थ हो रही है।कुदरती आफत ने इनके जीवन को तबाह कर दिय है।सरकारी सहायता के बंधेजो मे अभी समय है।लाभ के श्रेणी मे होने के बाद भी देरी ने इनके परिवार को सड़क मे ला दिया।
मलवा विकास खण्ड के जलाला गाव मे बारिश से दीपक सिंह पुत्र स्व.सुमेर सिंह कच्चे घर मे रहते है।दो दिन से हो रही बारिश से बीती रात उनका घर गिर गया।कच्ची छत के ढहने से घर का सारा समान भी दब गया जिसको निकालने के लिये परिवार लगा है।
आपको बताते चले पिछले वर्ष ही बारिश मे इनके घर कि दशा देख के आवास सूची मे नाम डाला गया था।विभागीय उदासीनता और पात्र लाभार्थियों तक सही समय मे लाभ पहचाने मे देरी आज भी एक कारण है जो दीपक के सड़क मे आ जाने का कारण बने है।दीपक मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते है।माँ,पत्नी और दो बेटियो के साथ इसी कच्चे घर मे रहकर जीवन गुजर रहा था।बारिश इनके लिये कहर बनकर आई है।पिछले सप्ताह हुई बारिश मे छत कही कही गिर गई थी जिस पर सरकार व प्रशासन के निर्देशो का पालन करते हुये राजस्व लेखपाल उत्तम सिंह ने घरगिरि कि रिपोर्ट मौके पर आकर तैयार कर भेजी थी।पर आवास के नाम पर केवल सूची मे नाम है बताकर एक वर्ष से टहला दिया गया।ग्राम प्रधान श्रीमोहन यादव ने ठिकाना दिया है।उन्होने बताया कि हरसम्भव मदद के लिये तैयार है।आवास सूची मे नाम है गावँ मे टारगेट पूरा हो चुका है अब इस बार जो नाम है उनके आवास आने पर सामान्य जाति का होने के कारण आवास मे देरी भी कारण है।लेखपाल से रिपोर्ट लेकर भी खण्ड विकास अधिकारी को अवगत कराया है।वकाई मे दीपक का घर रहने लायक नही बचा है तब तक मै खुद उनके लिये आसरे कि व्यवस्था किये हू।