बकेवर का दोहरा हत्याकांड: पुलिस कर रही गुमराह

 बकेवर का दोहरा हत्याकांड: पुलिस कर रही गुमराह



बिना विधिक कार्यवाही के एक मृतक का कराया अंतिम संस्कार



बिंदकी फतेहपुर। बीते दिन थाना बकेवर से 500 मीटर दूर मजदूर की ईटों से कूच कर की गई हत्या मे खुलकर कुछ नए राज सामने आ रहे हैं जो पुलिसिया कार्यवाही पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। बताया गया है कि यहां पिछले लंबे अरसे से पुलिस सिपाहियों के संरक्षण में जुगाड़ खाना चलाया जा रहा था जिसमें गांव बकेवर के लगभग एक दर्जन नशेबाज युवकों के द्वारा नशेबाजी और जुआ खेला जा रहा था ।घटना वाले दिन शाम को एक सिपाही ने वहां से वसूली भी की थी अगर वह सिपाही चाहता तो यह घटना न घटती। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि सिपाही ने हीं आकर इन जुआड़ियों से वसूली करके हिदायत देकर कह रहा था कि तुम लोग शोर शराबा मत करो और आराम से जुआ खेलो। इसके बाद जानकारी के मुताबिक जुए की इस फड़ में मृतक अशोक रैदास ने जुआ जीता था जिसके बाद देर शाम ठेके में जाकर कथित जुआरियों ने शराब पी और फिर से जुआ खेलने के लिए घटनास्थल में एकत्र हुए और जीत हार को लेकर नशे के दौरान मारपीट शुरू हो गई जिसमें योगेंद्र पुत्र पुन्नी तिवारी उसका भतीजा ऋषि उर्फ भरोसे पुत्र रमाकांत तिवारी और अशोक रैदास के बीच झगड़ा शुरू हुआ और इन दोनों नशेबाजो ने अशोक रैदास को ईटों से कुच कर गंभीर रूप से घायल कर दिया ।यह भी बताया गया है कि इस दौरान अशोक रैदास के पक्ष के लोगों ने भी ऋषि उर्फ राम भरोसे को पीटा जिससे वह भी गंभीर रूप से घायल हो गया और वहां मौजूद छोटे पुत्र सतेंद्र दुबे अपनी डीसीएम से घायल ऋषि उर्फ भरोसे को छोड़ गया जिसकी कानपुर अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई ।जानकारी के अनुसार घटना में घायल भरोसे को घटना से अलग करने के लिए पुलिस ने खेल शुरू किया और उसकी मौत मिर्गी के दौरे से गिरकर होना बता दिया जबकि मृतक भरोसे को कोई बीमारी नहीं थी और यह अपराधिक किस्म का युवक था और पूरे दिन विभिन्न मादक पदार्थों के नशे में रहता था जिसकी चर्चाएं क्षेत्र में जोरों के साथ हैं ।पुलिस ने साठगांठ करके बिना विधिक कार्यवाही किए अंतिम संस्कार करा दिया ।इतना ही नहीं अशोक हत्याकांड में क्लीन चिट दे दिया जबकि उसका सगा चाचा जोगेंद्र इस घटना का मुख्य आरोपी भी है। दोहरे हत्याकांड मैं पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही से क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं पुलिस द्वारा एक युवक की मौत को दरकिनार किए जाने से पुलिस पर उंगलियां उठ रही हैं।

इनसेट

आखिर कब जाएगा कमाऊ पूत

थाना बकेवर मैं पिछले कई वर्षों से जमा सिपाही क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है जिसे स्थानांतरण के बाद भी आज तक बकेवर थाने से रिलीव नहीं किया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना बकेवर में हर थानेदार का अजीज कमाऊ पूत सिपाही पिछले काफी दिनों से बकेवर थाने में तैनात है कई बार स्थानांतरण के बाद भी उसे कमाऊ पूत होने के नाते रिलीव नहीं किया गया इसी सिपाही का 2 माह पूर्व गोरखपुर रेंज के लिए स्थानांतरण किया गया था किंतु आज तक इसे थाना बकेवर से रिलीव नहीं किया गया क्षेत्री लोगों का कहना है कि इस सिपाही की सांठगांठ क्षेत्र के अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के साथ गहरे हैं और आने वाले हर थाना अध्यक्ष को क्षेत्र की गतिविधियां बता कर लूट का शिकार बनाता है।

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