कान्हा गौशाला के बेजुबानो पर कहर बरफा रही बारिश नगरपालिका की लापरवाही आई सामने
पर्याप्त व्यवस्थाएं न होने से खुले में अधिकतर गौवंश रहने को है मजबूर
गौशाला में भरा पानी बना रहा मुसीबत
अफसरों के आदेशों पर मातहतों की बेपरवाही पड रही भारी
पोकलैंड से पिछली बार नाला खोदवकर नहर में मिला दिया था जिम्मेदार अधिकारी को यह नहीं मालूम गौशाला कितने नीचे बनी खुद उल्टा पानी गौशाला में आ रहा है
फतेहपुर। जिले में रूक रूक घर हो रही बरसात आम जनजीवन अस्त व्यस्त किए हुए हैं। इसी के साथ पशु पक्षियों के सामने भी मुसीबतें कुछ कम नहीं है। जनपद की गौशालाओं में संरक्षित गौवशो पर भी अतिवृष्टि आफत बनकर आई है और गौशालाओं मे ज्यादातर गौवंश खुले में भीगने को मजबूर हैं। पानी से गौवंश अपने आप को बचाने के लिए लाख कोशिश कर रहे हैं लेकिन फिर हाल आसरा उन्हें खुले आसमान का मिल रहा है। जिन्हें चारा, पानी स्वास्थ्य सुविधाओं को देने के निर्देश शासन दे रखे हैं जिले में अधिकतर गौशालाएं ऐसी है जहां जाडा, गर्मी, बरसात से बचने के लिए पर्याप्त टीन शेड नहीं है। और इसी का नतीजा है कि गौवंशो को खुले में रहना पड़ रहा है। अब जब बराबर बरसात हो रही है तो लोगों की तरह ही इन बेजुबानों को भी अपने आप को बचाने के लाले पड़ रहे हैं। और अधिक बरसात इन बेजुबानों के लिए किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं होगी। आला अधिकारियों ने संबंधितों को गौशालाओं की व्यवस्थाएं करने के निर्देश दे रखे हैं लेकिन मातहतों की बेपरवाही व उदासीनता अफसरों के आदेशों पर भारी पड़ रही है। नगरपालिका की कान्हा गौशाला एक बार फिर से तालाब पर तब्दील हो गई है देखना होगा नगर पालिका गौशाला से पानी निकालने की क्या व्यवस्था करती है।