रोजा इफ्तार में दिखी गंगा जमुना का तहजीब

 रोजा इफ्तार में दिखी गंगा जमुना का तहजीब



हथगांव।रोजा इफ्तार मैं गंगा जमुना का तहजीब दिखाई दिया

इस दौरान मुल्क के अमन व चैन की दुआ की गई

हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय सहित अन्य समुदाय के लोग रोजा इफ्तार में शामिल हुए

नरौली शरीफ थाना सुल्तानपुर घोष स्थित सौहार्द की नायाब मिसाल हजरत जलालुद्दीन शाह वह हजरत इफहाम उल्ला शाह रहमतुल्ला रहमत तुल्ला अलैहे वसल्लम अब्बा हुजूर के आस्ताने पर गद्दी नशीन पीरे तरीकत हजरत हाजी हाशिम हुसैन शाह कलंदरी साहब द्वारा खान का इफहामिया गुरुवार को रोजा इफ्तार का भव्य आयोजन किया गया रोजा इफ्तार पार्टी के बाद पेश इमाम मुक्ति वसीम मरकजी ने नमाज अदा कराई

मुल्क के अमन व चैन के लिए अल्लाह पाक से दुआ मांगी

इस मौके पर रहबर ए शरीयत पीरे तरीकत मुफ्ती कलंदरी हैं दरी हजरत हाजी हाशिम हुसैन ने कहा कि रमजान आपस में एक लाख व मोहब्बत का पैगाम देता है

वही ईद में हर इंसान तमाम गिले-शिकवे भुलाकर एक दूसरे को गले लगाकर एक दूसरे को मुबारक बात देते हैं

उन्होंने बताया कि हम अपनी ईद मनाने के लिए जहां तमाम प्रकार की तैयारियां करते हैं वही हमें इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए कि हमारे पड़ोस में कोई व्यक्ति ऐसा तो नहीं है जो गरीबी की कारण ईद ना मना पा रहा हो यदि ऐसा हो तो हमें ऐसे में उसकी मदद करना चाहिए और अपने साथ इसे भी अपनी ईद की खुशियों में शामिल करना चाहिए हमें गरीबों यतीमो की मदद दिल खोलकर करना चाहिए

और कहां की रमजान के रोजे हर मुसलमान के लिए इसलिए फर्ज है किए गए हैं कि जब हम भूखे और प्यासे रहेंगे तो हमें गरीबों की भूख और प्यास का एहसास होगा हमें उन गरीबों की याद आएगी जिन्हें पेट भर दिन भर खाना नहीं नसीब होता

हमें हर हाल में रोजे रखना चाहिए और तरावी की नमाज अदा करना चाहिए

साथ ही ईद उल फितर की नमाज अदा करने से पूर्व गरीबों फकीरों यतीम को चित्रा जकात निकाल कर देना बहुत जरूरी है

रोजा इफ्तार में प्रमुख रूप से मेहंदी हसन मोहम्मद हसन मोहम्मद हसनैन मुस्तफा हुसैन मुन्ना पूर्व प्रधान जब्बार अली कारी सरफराज आलम राजेंद्र प्रसाद मनोज बबलू रामप्रसाद बांके बिहारी कुलदीप सुल्तान अहमद हरिश्चंद्र रामगोपाल महबूब आलम सहित भारी तादाद में लोगों ने शिरकत की।

टिप्पणियाँ