खंड संख्या 100/3 में लगातार भारी भरकम पोकलैंड मशीनों से नदी की जलधारा रोक किया जा रहा अवैध खनन
रिपोर्ट - श्रीकांत श्रीवास्तव
बांदा - जनपद मे बालू माफियाओ का आतंक लगातार जारी है। खदान खपटिहा खंड संख्या 100/3 में नदी की जलधारा रोककर भारी भरकम पोकलैंड मशीनों से किया जा रहा अवैध खनन बालू माफियाओं के द्वारा भारी भरकम पोकलैंड मशीनों के द्वारा अवैध खनन कराया जा रहा है
आपको बता दें पूरा मामला जनपद बांदा की पैलानी तहसील अंतर्गत खपटिहा खंड संख्या 100 / 3 का है। जहां पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों की खदान संचालक उड़ा रहे है धज्जियां, हालांकि जिला प्रशासन के द्वारा बीते कुछ दिनों पहले कई खदानों पर कार्यवाही की गई थी एवं जिलाधिकारी अनुराग पटेल के द्वारा बालू खदनो मे अवैध खनन एवं ओवरलोडिंग पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। लेकिन जिलाधिकारी के आदेशों को ना मानते हुए नियम कानूनों को ताक में रखकर अवैध खनन किया जा रहा है। जीवनदायिनी कही जाने वाली नदियो का अवैध खनन के कारण अस्तित्व खतरे में नज़र आ रहा है। नदी की जलधारा रोक करके जगह-जगह भारी-भरकम गड्ढे कर दिए जाते हैं जिससे जानवरों एवं लोगों की अकाल मृत्यु का कारण बनते हैं कई संगठनो के द्वारा नदियों के बचाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अवैध खनन रोकने की मांग की जा रही है। पिछले दिनों पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष एवं विकास प्राधिकरण सदस्य सुशील त्रिवेदी के द्वारा जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर मांग की गई थी, कि नदियों की जलधारा को रोक कर जो अवैध खनन किया जा रहा है उस पर तत्काल रोक लगाई जाए भारी भरकम पोकलैंड मशीनों के द्वारा अवैध खनन ना कराकर मजदूरों के द्वारा करवाया जाए जिससे लोगों को रोजगार भी मिल सके लेकिन ऐसा होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। लगातार खदान संचालकों के द्वारा अवैध खनन किया जा रहा है वही खनिज निदेशालय उत्तर प्रदेश के द्वारा अवैध खनन एवं परिवहन में शिथिलता के चलते बांदा खनिज अधिकारी सौरभ गुप्ता को खनिज निदेशालय लखनऊ से संबंध किया गया था। तो वही बांदा के नए खान अधिकारी वीरेंद्र सिंह बनाए गए थे।
अब देखने वाली बात यह है नवागंतुक खनन अधिकारी वीरेंद्र सिंह अवैध खनन / परिवहन पर किस तरह से रोक लगा पाते है। कैसे इन बालू माफियाओं पर नकेल कसने में कामयाब हो पाते हैं।