थाने से न्याय ना मिलने पर पीड़ित पहुंचा पुलिस अधीक्षक कार्यालय
बांदा - जसपुरा थाना क्षेत्र के रहने वाले सीरजध्वज तिवारी पुत्र कृष्णबिहारी तिवारी ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि वह 11/08 /2022 को अपने जसपुरा घर से अतर्रा अपनी ससुराल जा रहा था तभी रास्ते में ही उसकी चार पहिया वाहन बोलेरो कुशवाहा डेरा के पास खराब हो गई जिसे शंका हुई थी गाड़ी का तेल खत्म हो गया तो उसने अपने भाई राजेंद्र तिवारी और अंशू तिवारी को टंकी से तेल लेकर बोलेरो गाड़ी में डाला लेकिन बोलेरो गाड़ी स्टार्ट नहीं हुई तो पीड़ित ने अपने भाई राजेंद्र तिवारी को मिस्त्री के पास पैलानी डेरा भेजा तो भाई को जीतू नाम का एक लड़का व चार अज्ञात व्यक्ति मिले जिनका नाम पता मालूम नहीं है मेरे बुलेरो के पास आए तो पीड़ित ने कहा कि तुम लोग नशे में हो तुम लोग गाड़ी नहीं बना पाओगे। इसी बात पर नाराज होकर रात्रि के समय करीब 9: 45 बजे एक राय होकर मारपीट करने लगे और मां बहन की भद्दी भद्दी गाली देने लगे। कहा कि जो कुछ भी लिए हो सब कुछ दे दो फिर इतने जीतू नामक व्यक्ति ने पीड़ित पर तमंचा लगा दिया और अज्ञात व्यक्ति ने लोहे की रॉड से मारा जिससे पीड़ित का हाथ जख्मी हो गया पीड़ित के जेब में ₹5000 ऊपर की जेब मैं थे जिसे चार अज्ञात व्यक्ति ने लूट लिया पीड़ित की पत्नी ने सोने का मंगलसूत्र सोने की झुमकी और जेवर पहनी थी क्योंकि मायके जा रही थी उसे भी गाड़ी से हाथ पकड़ कर खींच कर चार अज्ञात व्यक्ति ने लूट लिया जब छोटा बच्चा चिल्लाने लगा तो उसे भी मारा जब पीड़ित थाने को फोन लगाने लगाया तो अज्ञात लोगों ने मां बहन की गाली देते हुए कहा की आज तो तेरी जान बच गई पुलिस आ रही है नहीं तो तुम्हें जान से मार देते थाना प्रभारी पैलानी थाना पैलानी एसआई तिवारी जी आया और पीड़ित से कहा कि यह क्या लिख कर दो मैं कार्रवाई करूंगा जो तहरीर पीड़ित ने लिख कर दिया उसे थाना प्रभारी ने फाड़ कर फेंक दिया कहा कि जो तिवारी जी ने तहरीर दिया है उस पर दस्तखत करा लिया और उसी के आधार पर अपराध संख्या 216 /22 धारा 323 504 506 आईपीसी में एफ आई आर दर्ज कर लिया जिसमें मात्र जीतू पुत्र अज्ञात और एक व्यक्ति अज्ञात जिसका नाम पता तहरीर में नहीं दर्शाया गया जब मैंने कहा कि घटना में जीतू व चार लोग अज्ञात थे उनको क्यों नहीं दर्शाया इस बात पर थाना प्रभारी भाग गए और कहा कि हमने अपने थाने में लूट डकैती का मुकदमा लिख कर अपराध को बहाना नहीं है जितना भी लिखा है उस पर दस्तखत कर दो और जाओ पीड़ित ने दरोगा जी की बात से सहमत नहीं हुआ उसने कहा मेरा प्रार्थना पत्र क्यों फाड़ दिया तो दरोगा जी भड़क गए और कहा कि जो लिख कर दिया उतना मानो थाना प्रभारी की हरकत से पीड़ित परेशान है पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर धारा बढ़ाए जाने तथा उन पर कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं पुलिस अधीक्षक ने मामले में जांच करवाने की बात कही है।