जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर जिला कारागार में विधिक जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन

 जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर जिला कारागार में विधिक जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन



फतेहपुर।जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव पूर्ण कालिक श्रीमती रोमा गुप्ता ने बताया कि रणंजय कुमार वर्मा जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा निर्देशन में कोविड-19 के सम्बन्ध में जारी दिशा निर्देशो का पालन करते हुये जिला कारागार में विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।

जागरुकता शिविर में श्रीमती अपर्णा त्रिपाठी अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एफ०टी०सी० द्वितीय, श्रीमती रोमा गुप्ता सचिव (पूर्ण कालिक) जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व जेल अधीक्षक मो0 अकरम खान, जेलर 

संजय चन्द्र, अंजनी कुमार डिप्टी जेलर, आदि उपस्थित रहे।

विधिक जागरुकता शिविर में जेल में निरूद्ध बन्दियों का एच0आई0वी0 परीक्षण कितने का हुआ है, जेल अधीक्षक द्वारा बताया गया कि 300 बन्दियों का परीक्षण किया गया है। जिसमे 18 बन्दियों का एच०आई०वी० परीक्षण पॉजटिव पाया गया। उन 18 बन्दियों को अगल बैरक में रखकर समुचित इलाज कराया जा रहा है। एच०आई०वी० पॉजटिव पाये गये बन्दियों में से इरफान को बुलाया गया उससे चिकित्सा सम्बन्धी पूछताछ की गयी तो पता चला कि समुचित इलाज कराया जा रहा है और समय समय पर बाहर से डॉक्टर आते रहते है इसके अतिरिक्त प्रत्येक 300 बन्दियों पर एक पी०एल०पी० की नियुक्ति की गयी है। कुल छः पी०एल०बी० बनाये गये है जिनमें से चार पुरूष एवं दो महिला बन्दी / पी०एल०वी० सम्मलित है।

जिला कारागार में निरीक्षण एवं विधिक साक्षरता शिविर में बन्दियों को (समय पूर्व रिहाई, प्री बार्गेनिंग 436ए) की जानकारी दी गयी इसके अतिरिक्त उपस्थित पी०एल०वी0गण को भी बन्दियों की समस्याओं को सुनकर उनके प्रार्थना पत्र लिये जाने एवं कार्यालय जिला विधिक सेवा प्रधिकरण प्रेषित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया एवं महिला बैरक में विचाराधीन बन्दियों के बच्चों में से चार बच्चे जिन्हें टूथ मिशन स्कूल में भेजा जा रहा उनसे भी अगल से बातचीत की गयी। कुछ बन्दियों द्वारा अपनी समस्याए सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एफ0टी0 कोर्ट नम्बर 02 के समक्षरखी गयी जेल अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि आप बन्दियों के प्रार्थना पत्र कार्यालय जिला विधिक प्राधिकरण भेजना सुनिश्चित करे।

इसके अतिरिक्त 436ए की परिधि में आने वाले बन्दियों को प्रेरित किया गया कि वह अपने प्रार्थना पत्र अधीक्षक के माध्यम से प्रस्तुत करे। जेल अधीक्षक द्वारा यह भी बताया गया कि अगले सप्ताह से विचाराधीन बन्दियों के लिए स्किल डेवलपमेन्ट कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। कुल 40 विचाराधीन बन्दियों जिसमें 20 पुरूष बन्दी एवं 20 महिला बन्दी सम्मलित है। कमश: इलेक्ट्रीशिन का कोर्स एवं ब्यूटीशियन का कोर्स कराया जायेगा। जिससे कि विचाराधीन बन्दी यहाँ से प्रशिक्षण करने के उपरांत अजीवकोपार्जन कर सके या अन्य किसी अपराध में संलिप्त हो से बच सके। इसके अतिरिक्त सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जेल अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि समस्त बन्दियों को योगा कराये जाने का निर्देश दिया गया।

जेल अधीक्षक को निर्देशित किया जाता है कि यदि किसी बंदी को कोई विधिक समस्या हो तो प्रार्थना पत्र के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय में प्रेषित करना सुनिश्चित करें।

टिप्पणियाँ