कई पीढ़ियों ने गांजे के कारोबार में जुटे परिवार के सदस्य के आगे सब कुछ फेल

 कई पीढ़ियों ने गांजे के कारोबार में जुटे परिवार के सदस्य के आगे सब कुछ फेल



हर महीने खप जाता है सरकारी भांग की दुकानों में लाखों का गांजा


वर्मा चौराहा, बकंधा, राधानगर, लक्षणमनपुर, चुरियानी और भिटौरा में बिकता है गांजा


50 से 100 रुपये में बिक रहा मौत का सामान


फतेहपुर। सदर कोतवाली क्षेत्र के वर्मा चौराहा, बकंधा, राधानगर, लक्षणमनपुर, चुरियानी और भिटौरा की सरकारी भांग की दुकानों में हर महीने लाखों का गांजा खपा दिया जाता है, और जिले की पुलिस को कानो कान भनक तक नहीं लगती है, सूत्रों की माने तो इन सरकारी भांग की दुकानों का संचालन उसी एक परिवार से ताल्लुक रखने वाला सदस्य कर रहा है, जिसकी गांजे के कारोबार में जिले में सिक्का चलता है, और उस सख्स ने कुछ ऐसा सिस्टम बना रखा है जिसको पुलिस विभाग की पल-पल की खबर मिलती रहती है, और जब पुलिस की सख्ती होती है तो दुकानों से गांजे की पुड़िया तुरंत हटा दी जाती है, सूत्रों की माने तो लेकिन मोटी रकम देकर आवंटित हुई इन दुकानों से अगर गांजे की बिक्री ना की जाए तो उनका शटर पूरी तरह से डाउन हो जाएगा, क्यों कि भांग की ब्रिकी तो ना के बराबर होती है, और शायद इन दुकानों को लाटरी  के जरिए हासिल करने वाले ठेकेदार भी इन दुकानों में इसी लिए रुचि भी दिखाते है, क्यों की उनको पता है कि अगर एक दुकान से महीने भर के भीतर लाखों का गांजा एक झटके में सप्लाई हो जाता है, और तो और पहले तो सब सेट होता है, लेकिन किसी कारण वश अगर पुलिस सख्ती हुई तो सेल्समैन को बलि का बकरा बनाकर ठेकेदार अपना पल्ला झाड़ लेते है, फतेहपुर की वर्मा चौराहा, बकंधा और राधानगर, लक्षणमनपुर, चुरियानी और भिटौरा की दुकानों में ऐसी ही सेटिंग के जरिए भांग ठेकेदार अवैध काम को अंजाम देने में जुटे है।

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