जुआरियों का अड्डा बना खजुहा
रिपोर्ट आरडी दोसर
बिंदकी। फतेहपुर कस्बा खजुहा के पंचवटी से 500 मीटर दूरी एक बाग में जुआ का अड्डा फल फूल रहा है। जहां पर क्षेत्र के साथ अन्य जनपदों के जुआरियों का जमघट लगता है। जुवाड़ खाने की देखरेख के लिए संचालक पहरेदारों को अलग से खर्चा उपलब्ध प्रतिदिन करता है।इस जुआ के अड्डा में अंकुश न लगने से गांव के लगाकर युवकों को बर्बाद करने में तुले हुए हैं। जिस से नई पीढ़ी बर्बाद हो रही है। शाम ढलते ही जुआरियों का जत्था शराब पीने बगल में खुले शराब ठेकों में पहुंचकर जमकर तांडव करते नजर आते हैं। सूत्रों का मानना है कि जुआड़ खाना पुलिस की मिलीभगत से संचालित है। जहां पर खजुहा चौकी में तैनात दो सिपाही आते जाते नजर आते हैं। क्षेत्रीय लोगों ने इस संबंध में कई बार शिकायत किया लेकिन जुआड़ खाना के संचालक की सांठगांठ के चलते स्थानीय पुलिस नजरअंदाज कर देती है। इतना ही नहीं पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों को गुमराह करके मालामाल हो रहे हैं। क्षेत्र में आए दिन लूटपाट की घटना का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। बताया जाता है कि दोपहर 2:00 बजे के बाद जनपद उन्नाव कानपुर देहात सहित कई जनपद के जुआडी़ लग्जरी गाड़ियों में आकर जुआ खेलते हैं। जिन्हें सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। सूत्रों का कहना है कि उनकी देखभाल से लेकर जुआड़ खाना के अड्डे तक अलग-अलग स्थानों में किराए के पहरेदार बैठा कर जुआड़ खाना तक पुलिस ना पहुंच पाए उसके लिए बाकायदा उन्हें अलग से खर्चा मुहैया कराया जाता है। इस जुआड़ खाने में जुआरियों को खाने-पीने का सामान उपलब्ध कराया जाता है। इतना ही नहीं हारे हुए जुआडी़ को खेलने के लिए उधार रुपए भी दिए जाते हैं। हारे हुए जुआड़ी को घर तक वापस जाने के लिए पेट्रोल डीजल व होटल खर्च संचालक मुहैया कराता है।