संसद के शीत सत्र में बुंदेलखंड राज्य की मांग उठाएं सांसद - प्रवीण पाण्डेय
अलग बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर बुंदेलखंड राष्ट्र समिति उरई नगर में बैठक हुई संपन्न
राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण पाण्डेय ने संसद घेराव की दी चेतावनी
उरई : बुंदेलखंड राज्य के लिए बरसों से संघर्ष कर रहे बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के स्वयंसेवको की बैठक जिला जालौन के उरई में समिति के नगर अध्यक्ष के निवास में बैठक संपन्न हुई l जिसमे स्वयंसेवकों ने पृथक बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग दोहराई। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण पाण्डेय ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो 50,000 बुंदेलखंडी संसद का घेराव करेंगे। बैठक में प्रवीण पाण्डेय ने कहा कि चाहे 2014 का लोकसभा चुनाव हो या 2019 का लोकसभा चुनाव होl प्रधानमंत्री ने बुंदेलखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाए जाने का वादा किया था इतना ही नहीं पार्टी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने तो बुंदेलखंड को राज्य बनाने की मांग का समर्थन करते हुए इसे राज्य बनवाने का संकल्प लिया था। पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण पाण्डेय रिकार्ड उनतीस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने खून से खत लिख चुके हैं। उन्होंने कहा कि चित्रकूट में पांच दिन तक चली आरएसएस की राष्ट्रीय बैठक में जिन मुद्दों पर प्रमुखता से चर्चा हुई थी, उसमें बुंदेलखंड राज्य मुद्दा भी एक रहा। संघ के शीर्ष नेतृत्व ने भी माना कि बुंदेलखंड को विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए उसका उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश के बंधन से मुक्त होना जरूरी है। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडेय ने कहा कि जगद्गुरु स्वामी राम भद्राचार्य ने जिस तरह मुखर होकर संघ प्रमुख मोहन भागवत के समक्ष यह मुद्दा उठाया, वह प्रसंशनीय है। उन्होंने बताया कि अब बुंदेलखंड के सांसदों की बारी है कि वे संसद के मानसून सत्र में एक साथ अलग राज्य का मुद्दा उठाकर मातृभूमि के प्रति अपने दायित्व को निभाएं। उनको एक प्रतिनिधि मंडल बनाकर भी प्रधानमंत्री से मिलना चाहिए। बुंदेलखंड की हकीकत बताना चाहिए। दो साल पहले बुंदेलखंड के सभी 19 विधायक उत्तर प्रदेश विधानसभा में एक साथ अलग राज्य का मुद्दा उठा चुके हैं। उसी के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड विकास बोर्ड का गठन किया था। अब सांसदों को आगे आना चाहिएl
बैठक में मुख्यरूप से नगर अध्यक्ष मोहित यज्ञिक , मनमोहन सिंह चौहान , प्रांजुल पटेल , रवि पाठक,लवकुश ठाकरी, अभी सिंह औंता, अनुज कुशवाहा, रविंद्र चंदेल, डा विनोद अहिरवार, पुस्पेंद्र सिंह बारा, अंकित , विशाल श्रीवास्तव , गौरव , राहुल राज कुशवाहा , रवि शंकर मिश्रा , पुस्पेंद्र द्विवेदी आदि रहे l