सीएम डैसबोर्ड/विकास कार्यों की बैठक कलेक्ट्रेट महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संपन्न
फतेहपुर। सीएम डैसबोर्ड/विकास कार्यों की बैठक कलेक्ट्रेट महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती सी.इंदुमती की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उन्होंने मुख्यमंत्री डैसबोर्ड के सभी बिन्दुओं की विस्तृत समीक्षा की। जिलाधिकारी ने खराब रैंकिंग वाले विभागीय अधिकारियो पर नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि सीएम डैसबोर्ड को गम्भीरता से अधिकारी ले तथा अपने विभागीय योजनाओं को समयवद्ध एवं गुणवतापूर्ण ढंग से विशेष ध्यान देते हुये क्रियान्वयन सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि सीएम डैसबोर्ड मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव स्तर तक डाटा प्रस्तुत किया जाता है जिन विभागो के डाटा त्रुटिपूर्ण है को सही कराते हुए मुख्यालय स्तर से डाटा फीड कराए ताकि जिले की रैंकिंग सही रहे। उन्होंने कहा कि जिन विभागो की इस माह रैंकिंग ए–प्लास है निगरानी बनाए रखे ताकि रैंकिंग गिरने न पाए। जिन विभागो की रैंकिंग ए–प्लास रहेगी को प्रशस्ति पत्र देने के निर्देश संबंधितों को दिए। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी को जो सड़के निर्माणाधीन है, में शेष कार्य व प्रगति की सूची उपलब्ध कराए। श्रम विभाग, कन्या विवाह सहायता योजना, मातृत्व शिशु एवं बालिका मदद योजना बजट के अभाव में लाभार्थियों को लाभान्वित नही किया गया है,के लिए बजट मांग पत्र मेरे(जिलाधिकारी) स्तर से भेजा जाय। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि समय से पशुओं का टीकाकरण व ज्यादा से ज्यादा क्रतिम गर्भाधान कराए । साथ ही पशुधन योजनांतर्गत लाभार्थियों को मुर्गी पालन के लिए जो अनुदान मिलना है नियमानुसार कार्यवाही करते हुए बैंक स्तर पर एलडीएम से समन्वय बनाते हुए लाभार्थियों को मुर्गी पालन कराए । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के आवेदनों का जो सत्यापन शेष है ब्लॉक स्तर पर समन्वय बनाते हुए सत्यापन का कार्य पूरा कराए ताकि लाभार्थियों को लाभान्वित कराया जा सके और जनपद की रैंकिंग भी ठीक रहे। उन्होंने कहा कि मत्स्य योजना के तहत जो भी लाभार्थी अच्छा कार्य किए है कि पीपीटी बनाकर लोगो को प्रेरित करे। साथ ही समूह की महिलाओ को मत्स्य योजना से जोड़ा जाय। उन्होंने कहा कि चिकित्सा स्वास्थ्य से सम्बंधित सभी बिंदुओं पर परस्पर निगरानी बनाए रखते हुए शासन द्वारा निर्धारित दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिए।
उन्होंने समस्त उपजिलाधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि क्षेत्र में पराली की घटनाए न होने पाए, के लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी से समन्वय बनाकर पराली के जलाने की घटनाओं को रोका जाय। उन्होंने कहा कि बीट कांस्टेबल व लेखपाल क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक और आवश्यकतानुसार प्रभावी कार्यवाही भी सुनिश्चित कराई जाय।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अशोक कुमार, जिला विकास अधिकारी प्रमोद सिंह चंद्रौल, परियोजना निदेशक डीआरडीए, डीसी मनरेगा, उपायुक्त एनआरएलएम, जिला पंचायत राज अधिकारी, उप कृषि निदेशक , जिला कृषि अधिकारी, अधीक्षण अभियन्ता विद्युत, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग सहित सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे ।