कांग्रेस के कोटे में गई यह लोकसभा सीट, अब तक नहीं बन पाई सपा के साथ संयुक्त रणनीति; सीट पर BJP का कब्जा
न्यूज़।लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी समाजवादी पार्टी की गतिविधियों पर सुस्ती का साया मंडरा रहा है। कांग्रेस कोटे में कानपुर नगर सीट जाने के बाद अब तक समाजवादी पार्टी और कांग्रेस की संयुक्त बैठक भी नहीं हो सकी है जिसमें चुनावी रणनीति पर विचार किया जा सके। सपा के हर बूथ पर 10 यूथ की योजना भी ठंडी पड़ रही है। सपा के हर बूथ पर 10 यूथ की योजना भी ठंडी पड़ रही है। पीडीए बैठकों में भी अब पहले जैसा जोश नहीं रहा। चुनावी कार्यक्रम और लक्ष्य के अभाव में सपा कार्यकर्ता अब कटी पतंग की तरह भटकने को मजबूर हैं। गठबंधन की चुनावी रणनीति से भले ही सपा और कांग्रेस के नेता लोकसभा चुनाव में जीत के दावे करते नजर आ रहे हैं लेकिन कार्यकर्ता स्तर पर सन्नाटे का माहौल है। कार्यकर्ताओं को पार्टी नेताओं की ओर से कोई कार्यक्रम और आयोजन भी नहीं मिल रहा है। मतदाताओं तक सीधे संपर्क अभियान चला रही सपा की चाल भी धीमी पड़ गई है।