कृष्ण सुदामा मिलन देख भाव विभोर हुए श्रोता
फतेहपुर।विजईपुर ग्राम सभा के खेमकरनपुर में चल रहे भागवत कथा का शनिवार कृष्ण सुदामा की मित्रता के रसपान के साथ कु० भक्ति त्रिपाठी के मुखार विंदुओ के साथ समाप्त हुआ कृष्ण और सुदामा दो मित्र का मिलन ही नहीं जीव व ईश्वर तथा भक्त और भगवान का मिलन है। जिसे देखने वाले अचंभित रह जाते हैं। भागवत कथा में कृष्ण-सुदामा मिलन का प्रसंग सुन श्रोता भाव-विभोर हो उठे। यहां भगवान पुरुषोत्तम मंदिर का निर्माण के उपलक्ष्य में भागवत कथा का आयोजन किया गया। कथावाचक ने कहा कि कृष्ण और सुदामा जैसी मित्रता अब नहीं है। यही कारण है कि आज भी सच्ची मित्रता के लिए कृष्ण सुदामा की मित्रता का उदाहरण दिया जाता है।
कथा में कथा वाचक ने ग्रामीणों नशा नहीं करने की समझाइश दी, उन्होंने कहा कि नशा नाश की जड़ है। नशे के कारण कई परिवार बर्बाद हो चुके हैं, नशा करने से पैसे की बर्बादी तो होती है साथ ही नशा करने वाला व्यक्ति शरीर से भी खत्म हो जाता है। शराब व नशे के कारण कई परिवार टूटते देखें हैं। इसलिए न ही तो नशा करें और नहीं किसी को करने दें। कथा के अंत में महिला-पुरूषों को नशा नहीं करने की शपथ दिलाई गई कथा के अंतिम दिन बड़ी संख्या में महिला-पुरूष कथा श्रवण करने पहुंचे थे। गोदौरा प्रधान प्रतिनिधि शिवपत सिंह ने कल रविवार को भंडारे का आयोजन किया है। जिससे ग्रामवासी, क्षेत्रवासी को अधिक से अधिक संख्या में आने के लिए आवाहन किया। इस मौके पर गोदौरा प्रधान प्रतिनिधि शिवपत सिंह,सत्य नारायण सिंह, पुत्तन शुक्ला,राजू यादव,राम चन्द्र सिंह,दिलीप कोटेदार,रवेंद्र सिंह, प्रदीप चौधरी, राम मिलन गुप्ता आदि लोग मौजूद रहें।