डा.भीम राव अम्बेडकर शिक्षा सदन के संस्थापक शिवराज मास्टर जी की 84 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई
फतेहपुर। भारतीय दलित साहित्य अकादमी नई दिल्ली द्वारा सम्मानित, दलितों पिछड़ों के मसीहा,भारतीय दलित वर्ग संघ के पूर्व प्रांत सचिव,डा. बाबा साहब अम्बेडकर मिशन भारत के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष,डा.भीम राव अम्बेडकर शिक्षा सदन आबूनगर के संस्थापक श्रद्धेय शिवराज की 84 वीं जयंती बड़े ही धूमधाम से डा.भीम राव अम्बेडकर शिक्षा सदन आबूनगर में माल्यार्पण एवं विचार गोष्ठी करके आयोजित की गई।पूज्य भंते धम्म रक्षित एवं धम्मसागर जी द्वारा बुद्ध वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संस्था के संस्थापक सदस्य श्यामलाल ने केक काटकर सबका मुंह मीठा कराया और कहा कि शिवराज का पूरा जीवन समाज के लिए समर्पित रहा। उन्होंने समाज के गरीब,असहाय बच्चों को शिक्षित करने हेतु 5 नवंबर 1978 को संस्था की स्थापना की थी।
केक काटने के बाद वृक्षारोपण के तहत बोधिवृक्ष पीपल का पेड़ रोपित किया किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष रामसजीवन ने की एवं कार्यक्रम का संचालन संस्था के प्रबंधक बौद्ध प्रिय गौतम एड. एवं पौत्र प्रशांत प्रिय गौतम ने किया। विद्यालय के छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। संस्था के महामंत्री मायाराम एडवोकेट ने कहा कि संस्थापक शिवराज प्रसिध्द समाजसेवी के साथ हम सबके प्रेरणास्रोत, एक कुशल शिक्षक,ओजस्वी वक्ता,कुशल राजनीतिज्ञ भी थे। कार्यक्रम में विशेष रूप से विद्वान वक्ताओं द्वारा बच्चों की शिक्षा पर जोर दिया गया एवं संस्थापक शिवराज मास्टर के जीवन संघर्ष पर प्रकाश डाला गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से विद्यालय के प्रधानाचार्य वीरेंद्र सिंह पटेल,संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बाबूलाल एडवोकेट,वरिष्ठ सदस्य श्री प्रेमनारायण दोहरे(पूर्व प्रधानाचार्य)एवं राममनोहर (पेशकार) ,शंकर राव,राकेश कुमार,हर्ष प्रिय गौतम,मोतीलाल (पूर्व प्रधानाचार्य),चंद्रभान यादव,डा.बाबा साहब अम्बेडकर मिशन भारत की ओर से महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष शकुंतला बौद्ध,महासचिव सावित्री बौद्ध एवं श्रीमती बौद्ध,जिला अध्यक्ष रमेश बौद्ध,जिला महासचिव अतुल कुमार,जिला उपाध्यक्ष बाबूराम गौतम,संस्था के सदस्य विद्याधर सिंह पटेल एडवोकेट, सकठूराम मयंक, प्रताप बाबू (पूर्व खंड विकास अधिकारी),बृजेंद्र कुमार एड.,सर्वेश कुमार गौतम,संजय गौतम आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।