जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बाढ राहत चैपाल का आयोजन
बाँदा - जिलाधिकारी नगेन्द्र प्रताप की अध्यक्षता में विकास खण्ड बडोखर खुर्द के प्राथमिक विद्यालय ब्रम्हाडेरा एवं प्राथमिक विद्यालय चक चटगन में बाढ राहत चैपाल का आयोजन किया गया। बाढ राहत चैपाल में बाढ एवं दैवीय आपदा आकाशीय विद्युत के गिरने एवं सर्पदंश से बचाव के उपायों की जानकारी देते हुए जनहानि को न्यूनतम किये जाने के सम्बन्ध में अवगत कराया गया। बाढ आने की स्थिति में अपने घरों को छोडकर सुरक्षित स्थान, बाढ चैकियों में पहुंचने के लिए जागरूक करने के साथ बिजली चमकने के समय पेड के नीचे एकत्र न होने तथा पक्के घर के नीचे जाने की सलाह दी गयी। बाढ के समय बच्चों को नदी, तालाब में नही जाने दिया जाए। बाढ के समय नाॅव में क्षमता के अनुुसार ही बैठें, जिससे किसी प्रकार की दुर्घटना से बचाव किया जा सके। पशुओं का टीकाकरण एवं जीओ टैग लगवायें, जिससे कि बाढ के समय पशुधन हानि होेने पर सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के अन्तर्गत लाभ मिल सके। पशुपालन हेतु सरकार द्वारा 1.60 लाख का किसान क्रेडिट कार्ड भी सरकार द्वारा बनाया जा रहा है इसका लाभ प्राप्त करें। राहत चैपाल में सम्बन्धित विभागों द्वारा बाढ की स्थिति होने पर आवश्यक तैयारी के साथ व्यवस्थाओं के सम्बन्ध ग्रामीणों को जानकारी दी गयी।
मुख्य विकास अधिकारी श्री वेद प्रकाश मौर्य ने बताया कि बाढ के समय प्रशासन द्वारा दी जा रही जानकारी को गम्भीरता से लेते हुए समय से सुरक्षित स्थानों पर जायें और आवश्यक सामान को ऊंचे स्थानों पर रख लें। उन्होंने बताया कि बाढ स बचाव के लिए नाविक, गोताखोर, नाॅव, मोटर वोट आदि की व्यवस्था की गयी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ की स्थिति में जीवन रक्षक दवायें तथा क्लोरीन टेबलेट, ओआरएस आदि का वितरण बाढ राहत शिविरों में किया जायेगा तथा खाद्यान सामग्र्री भी दी जायेगी। किसी दैवीय आपदा के समय 1070 डायल करें तथा स्वास्थ्य सेवाओं हेतु 102 व 108 डायल करें। पशुओं की बीमारी हेतु 1962 डायल करें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ होने की स्थिति में उत्पन्न होने वाली बीमारियों एवं उनसे बचाव तथा शुद्ध पेयजल हेतु पानी उबालकर पीने एवं अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी प्रदान की गयी।
अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 श्री राजेश कुमार ने कहा कि बाढ की स्थिति में ग्राम प्रधानों द्वारा डिग्गी पिटवाकर समय से ग्रामीणों को सूचना दी जाए और उन्हें बाढ राहत कैम्पों में जाने के लिए जागरूक करें। किसी भी प्रकार की दैवीय आपदा से बचाव हेतु दामिनी एवं सचेत एप अपने मोबाइल पर डाउनलोड करें तथा सर्पदंश एवं बिजली गिरने पर तत्काल निकट के स्वास्थ्य केेन्द्र में जायें।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी सदर श्री रजत वर्मा, जिला विकास अधिकारी श्री रामशंकर, जिला पशुधन अधिकारी डाॅ0 विजय सहित दैवीय आपदा अधिकारी तथा सम्बन्धित अधिकारी एवं ग्राम प्रधान चटगन बादल निषाद एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।