*पेरिस से घर लौटीं रमिता जिंदल, परिजनों ने किया भव्य स्वागत, पिता ने कहा- बेटी पर नाज*
पेरिस ओलंपिक से गुरुवार देर रात घर लौटी रमिता जिंदल का परिजनों ने फूलमाला व हार पहना कर भव्य स्वागत किया। रमिता भी सभी परिजनों व रिश्तेदारों से खुशी-खुशी मिली और सभी को अपनी ओलंपिक जर्नी के बारे में बताया। रमिता ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलना गर्व की बात है। मैने हार कर भी अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में बहुत कुछ सीखा है। अभी आगे बहुत कुछ सीखना है और देश का नाम रोशन करना है।
पिता अरविंद जिंदल ने रमिता को गले लगाते हुए कहा बेटी हमे तुम पर नाज है। ऐसी बेटी सभी के घर पैदा हो। उन्होंने बेटी के घर पहुंचने पर कहा कि हार जीत जिंदगी का हिस्सा है। हार को हथियार बनाकर हमें अगले लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए।
अगला लक्ष्य 2028 लॉस एंजिल्स
रमिता जिंदल ने अपने गृह कस्बे लाडवा में पहुंचने पर कहा कि पदक न जीतने का मलाल जरूर है लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी है। वह और ज्यादा हिम्मत और मजबूती के साथ तैयारी करेगी और अगले साल होने वाले कॉमनवेल्थ गेम में पदक लेकर आएगी। इतना ही नहीं उनका मुख्य लक्ष्य 2028 में अमेरिका के लॉस एंजिल्स में होने वाले ओलंपिक की तैयारी करना है जिसके लिए वह जी जान लगा देगी।