मानसिक ,शारीरिक एवं भावनात्मक विकास के साथ प्रारंभिक बाल्यावस्था में सीखने के अवसरों को बढ़ाने के लिए तीन दिवसीय सघन प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ आरम्भ
मानसिक ,शारीरिक एवं भावनात्मक विकास के साथ प्रारंभिक बाल्यावस्था में सीखने के अवसरों को बढ़ाने के लिए तीन दिवसीय सघन प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ आरम्भ

फतेहपुर। दिनाँक 13 अगस्त 2024 से 6 सितम्बर 2024 तक नीति आयोग भारत सरकार के निर्देशानुसार संचालित परियोजना जीवन के प्रथम 1000 दिवस  के अंतर्गत  मीडियम टच आँगनबाड़ी  केंद्रों हेतु "संवेदनशील परवरिश एवं सीखने के अवसरों को बढ़ाने के लिए"  लगातार एक साथ 8   पृथक बैचों में  प्रशिक्षण कार्यक्रम  आकांक्षी जनपद फतेहपुर में दिनाँक 13 अगस्त 2024 से आरम्भ कर दिया गया है ।  जिसका शुभारंभ मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ राजीव नयन गिरी के सहयोग से जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग साहब यादव के नेतृत्व में एवं समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारियों एवं बाल विकास परियोजना अधिकारीयों की उपस्थिति में कर दिया गया है।  दूसरे चरण का यह प्रशिक्षण अभियान  6 सितम्बर 2024 तक चलेगा, जिसमे   340 जमीनी कार्यकर्ताओं (ट्रिपल ए  -  ए. एन. एम., आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं आशा कार्यकर्ताओं ) को प्रशिक्षित किया जावेगा। सम्पूर्ण भारत में केवल दो ज़िलों में किये जा रहे नवाचार के अंतर्गत उत्तर प्रदेश का फतेहपुर एवं ओडिशा का कोरापुट दो मात्र आकांक्षी ज़िले  हैं जहां  मानसिक ,शारीरिक एवं भावनात्मक विकास के साथ प्रारंभिक बाल्यावस्था में सीखने के अवसरों को बढ़ाने के लिए यह  कार्यक्रम क्रियान्वयित किया जा रहा है।  इस  प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले दिन चार पृथक प्रशिक्षण स्थलों पर आठ  बाल विकास परियोजनाओं के जमीनी कार्यकर्ताओं ने प्रशिक्षण लिया।  जिसमे आकांक्षी ब्लाक हथगाम के  सामुदायिक स्वास्थ्य स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रभारी चिकित्साधिकारी . डॉ मित चौरसिया , बाल विकास परियोजना अधिकारी संतोष पाल , जिला कार्यक्रम समन्वयक अनुभव गर्ग , ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक एन. एच. एम.  राजन गुप्ता , स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी  प्रेमचंद्र बी. सी. पी. एम.  धर्मेंद्र  पटेल आदि उपस्थित थे।  खागा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ  मनीष शुक्ला , बाल विकास परियोजना अधिकारी ऐराया आशीष कुमार पांडेय , स्वास्थ्य एवं पोषण विशेषज्ञ सोनल रूबी राय , ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक - एन. एच. एम. ऐश्वर्या श्रीवास्तव , बी. सी. पी. एम.  सुधीर शर्मा आदि ने प्रतिभाग किया।  बाल विकास परियोजना देवमई और अमौली  के लिए आयोजित  प्रशिक्षण कार्यक्रम सामुदायिक स्वास्थ्य स्वास्थ्य केंद्र जहानाबाद में ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक - एन. एच. एम. श्रीचंद ,विक्रमशिला संस्था की राज्य प्रमुख साक्षी पवार , परियोजना अधिकारी प्रशांत पंकज उपस्थित थे।  बाल विकास परियोजना  शहरी ,हसवा एवं भिटौरा हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आशीर्वाद पैलेस आबूनगर फतेहपुर में   ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक - एन. एच. एम. हसवा कैलाश नाथ के साथ विक्रमशिला संस्था से कार्यक्रम प्रबंधक मुस्तफीज इकबाल , प्रारंभिक बाल्य विकास विशेषज्ञ आर्यन कुशवाहा एवं परियोजना अधिकारी अनामिका पांडेय आदि उपस्थित थे।  प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षकों  ने बताया की किसी भी सीख की शुरुवात घर से ही की जाती है , और इस प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान को सर्वप्रथम अपने परिवार , आस पड़ोस के बच्चों के साथ साझा करने का प्रयास करें।  साथ ही प्रतिभागियों  को संवेदनशील परवरिश के महत्त्व को प्रेजेंटेशन व लघु फिल्मों के माध्यम से  बताया गया की गर्भावस्था से 2 वर्ष तक की उम्र में बच्चों का 80 प्रतिशत तक मानसिक विकास हो जाता है इस महत्वपूर्ण समय के दौरान गर्भवती माता का प्रथम त्रैमास में शीघ्र पंजीयन ,पोषण आहार  , टीकाकरण,   घर का सकारात्मक माहौल एवं बच्चों के  लिए सिखने के अवसरों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।  हर सेवा प्रदाता के ऊपर यह ज़िम्मेदारी है की सम्पूर्णता अभियान के दौरान समस्त परिक्षेत्रों में मिली सफलता की कहानियों का दस्तावेजीकरण अनिवार्य रूप से किया जावे।
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