थानेदार की सरकारी गाड़ी थाने के कंपाउंड से चोरी होना यह बताता है कि धवल जायसवाल की पुलिस कितनी सतर्क है
पुलिस सोती रही , चोर आया सरकारी गाड़ी स्टार्ट की और लेकर चला गया।
गाड़ी का डीजल खत्म न होता तो गाड़ी हो जाती पार।अपनी नाकामी छिपाने के लिए चोर को थानाध्यक्ष बता रही मानसिक विक्षिप्त।
फतेहपुर।यदि शातिर चोर मानसिक रूप से विक्षिप्त है तो वह थाने से 8 किलोमीटर गाड़ी कैसे चलाकर ले गया, गाड़ी कहीं भिड़ी भी नहीं रविवार की रात बकेवर थाने के परिसर में खड़ी थाना प्रभारी की सरकारी जीप को एक शातिर चोर पुलिस की सक्रियता को धता बता स्टार्ट कर रफूचक्कर हो गया। 8 किलोमीटर जाने के बाद गाड़ी का डीजल खत्म हुआ तो चोर डीजल का जुगाड़ करने चला गया। उधर भोर पहर गाड़ी चालक को जैसे पता चला कि गाड़ी गायब है जबकि चाभी उसके पास है तो उसके होश उड़ गए। जानकारी होते ही थाने में हड़कंप मच गया। फिर क्या थाना प्रभारी कांति सिंह ने अपने कारखास सहित सिपाहियों को दौड़ाया, आखिरकार थाने की गाड़ी 8 किलोमीटर दूर डारी गांव रोड पर बरामद हो गई। थोड़ी देर बाद डीजल लेकर गाड़ी के पास पहुंचा शातिर चोर भी पकड़ गया।अब थाना प्रभारी कांति सिंह अपने अधिकारियों को क्या जवाब दे तो उन्होंने चोर को मानसिक रूप से विक्षिप्त बता दिया।अब सवाल यह उठता है कि क्या मानसिक विक्षिप्त युवक गाड़ी स्टार्ट कर उसे 8 किलोमीटर तक सकुशल चला लेगा। थाना प्रभारी ऐसे मामले में बहुत बड़ी खिलाड़ी हैं इस घटना के पूर्व भी थाने में कई खेल कर चुकी हैं
बकेवर थाने के पूर्व मैडम जी औग की थाना प्रभारी रह चुकी हैं वहां भी खेल करने को लेकर काफी चर्चा में रहीं हैं। महिला थाना प्रभारी रहते इन्होंने एक मामले में खूब तांडव मचाया था। अपर पुलिस अधीक्षक समेत सीओ लाइन् ने मामले को शांत किया था। मैडम जी का माह तक मानसिक तनाव का प्रयागराज में इलाज भी चला था। महिला थाने से इनको हटा दिया गया था। लेकिन किसी की कृपा से इनको औग थाने की कमान मिली थी।ऐसे प्रभारी जिनके नाक के नीचे से सरकारी गाड़ी चोरी हो गई वह क्षेत्र की कानून व्यवस्था क्या संभाल पाएंगी।