दीवानी न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का जनपद न्यायाधीश ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया शुभारंभ
फतेहपुर।अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,
फतेहपुर ने बताया कि रणंजय कुमार वर्मा जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्षता में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन दीवानी न्यायालय परिसर, ग्राम न्यायालय बिन्दकी, वाह्य न्यायालय बिन्दकी, तहसील सदर, खागा, बिन्दकी फतेहपुर में किया जा रहा है। राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन रणंजय कुमार वर्मा जनपद न्यायाधीश/ अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कर कमलो द्वारा जनपद न्यायालय के मीटिंग हाल, दीवानी न्यायालय परिसर फतेहपुर में राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ माॅं सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया।
जनपद न्यायाधीश रणंजय कुमार वर्मा के कुशल नेतृत्व में राष्ट्रीय लोक अदालत का संचालन किया गया एवं अपने आर्शीवचनो में सभी न्यायिक अधिकारियो को इस लोक अदालत मे अधिकाधिक मामलो को निस्तारित किये जाने का निर्देश दिया एवं सभी न्यायिक अधिकारियो को यह भी निर्देशित किया गया कि अधिकाधिक संख्या में वादो को सुलह समझौता केन्द्र में प्रेषित किया जाये जिससे वादो का निस्तारण सुलह समझौता के माध्यम से अधिकाधिक संख्या में हो सके।
आज दीवानी न्यायालय परिसर फतेहपुर, खागा न्यायालय परिसर, ग्राम न्यायालय, बिन्दकी परिसर, कलेक्ट्रेट परिसर फतेहपुर, समस्त तहसील परिसर, समस्त नगर पालिका एवं समस्त नगर पंचायत परिसर, श्रम कार्यालय परिसर, समस्त विद्युत वितरण खण्ड परिसर, कार्यालय दूर संचार, समस्त बैंको द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।
उपरोक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में रणंजय कुमार वर्मा जनपद न्यायाधीश/ अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा इस प्रकार वादो का निस्तारण कराया गया। पृथ्वीपाल यादव, अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत द्वारा कुल 02 वादो का निस्तारण करते हुये 953856/-रुपये जमा कराया गया। चिंताराम, अपर प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय द्वारा 40 वैवाहिक वादों का निस्तारण किया गया। धनेन्द्र प्रताप सिंह, पीठासीन अधिकारी, मोटर वाहन दुर्घटना न्यायाधिकरण द्वारा 81 मोटर दुर्घटना याचिकाओं का निस्तारण करते हुए 51814470 रु० का प्रतिकर दिलाया गया। मो0 इलियास, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट नं०1 द्वारा 01 वाद का निस्तारण करते हुये 1000 रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। अनिल कुमार टप् विशेष न्यायाधीश अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम द्वारा 04 वादों का निस्तारण किया गया। अवजीत भूषण, विशेष न्यायाधीश विशेष न्यायाधीश ई0सी0 एक्ट द्वारा 167 वाद का निस्तारण करते हुये 198500 रुपये अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। महेन्द्र कुमार द्वितीय, अपर जिला एवं सत्र विशेष न्यायाधीश, पाक्सो कोर्ट द्वारा 04 वादो का निस्तारण करते हुए 41200/-.रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया।
आशुतोष कुमार द्वितीय , मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, द्वारा 2976 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए 264450 रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। श्रीमती अनुराधा शुक्ला, सिविल जज सीनियर डिवीजन द्वारा 37 सिविल वादों का निस्तारण करते हुए 20236254 रू० के उत्तराधिकार के प्रमाण पत्र जारी किये गये। मो0 साजिद, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट नं० 2 द्वारा 1190 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए 64170 रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। अंकुर चित्रांशी , अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट नं० 3 द्वारा 06 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए 7500 रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। डा0 श्रीमती गंगा शर्मा, अपर सिविल जज (सी०डि०) कोर्ट न0-01 द्वारा 04 दाण्डिक वादों का निस्तारण किया गया।अनुपम कुशवाहा, सिविल जज (सी०डि०)एफ0टी0सी0 द्वारा 1040 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए रू० 80600/- अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। प्रत्युश गुप्ता, ग्राम न्यायाधिकारी, ग्राम न्यायालय बिन्दकी, द्वारा 2110 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए 8440/- रू0 अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। श्रीमती अंकिता सिंह-तृतीय, सिविल जज(जू०डि) द्वारा 12 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए 50274/- रू0 अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। श्रीमती नन्दनी उपाध्याय, न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 1027 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए 24300/- रू0 अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। श्रीमती बिन्दु यादव, अपर सिविल जज(जू०डि०) कोर्ट नं०7 द्वारा 115 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए 16300 रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। श्रीमती भावना साहू, अपर सिविल जू०डि० कोर्ट न0-01 द्वारा 1178 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए 26000 रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। अरुण कुमार टए सिविल जज(जू०डि) खागा, द्वारा 2247 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए 576167/- रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। इसी क्रम में न्यायालय सिविल जज जू0डि0/एफ.टी.सी./सी.ए.डब्लू के द्वारा कुल 17 दाण्डिक वादों का निस्तारण करते हुए 8200/- रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया। जिला उपभोक्ता फोरम द्वारा 05 वादो का निस्तारण करते हुये 2567881/- रू० अर्थदण्ड के रूप में जमा कराया गया।
राजस्व न्यायालयों द्वारा कुल 50938 वादों का निस्तारण करते हुए 877717/-रुपये अर्थदण्ड के रुप में वसूल कराया गया। नगर पालिका परिषद द्वारा 2718 प्रकरणों का निस्तारण करते हुए 256247/-रुपये अर्थदण्ड के रुप में वसूल कराया गया।
जनपद के बैंकिंग संस्थानों द्वारा 1055 वादो का निस्तारण करते हुये 715720 रूपये वसूल किया गया। विद्युत विभाग द्वारा 1010 प्रकरणों का निस्तारण करते हुये 1001642/- रू0 शुल्क वसूला गया। श्रम विभाग द्वारा 295 वादों का निस्तारण किया गया।
इस प्रकार उपरोक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल-70886 वादों का निस्तारण कर 74372181/ रू० अर्थदण्ड वसूल किया गया।
अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जनपद न्यायाधीश रणंजय कुमार वर्मा एवं समस्त न्यायिक अधिकारियों व कर्मचारीगण, अधिवक्ताओं, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष व सचिव,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, एवम मीडियाकर्मियों को लोक अदालत को सफल बनाने एवम सहयोग करने हेतु हार्दिक अभार व्यक्त किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।