आवर्तनशील खेती और पर्यावरण संरक्षण का प्रेरणादायक संदेश
संवाददाता श्रीकान्त श्रीवास्तव
बांदा। जनपद के ग्राम पांडुई मे किसान नवल किशोर के खेत में गणतंत्र दिवस का आयोजन राष्ट्रभक्ति और कृषि नवाचार का प्रेरक संगम बन गया। धर्मपाल सत्यपाल फाउंडेशन और खेती फाउंडेशन ट्रस्ट पांडुई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल देशभक्ति का संदेश दिया, बल्कि आवर्तनशील खेती के महत्व को भी उजागर किया। कार्यक्रम का शुभारंभ माधवपुर के उत्तम सिंह द्वारा ध्वजारोहण के साथ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गायत्री शक्तिपीठ के नवीन जी ने अपने उद्बोधन में आवर्तनशील खेती की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "आवर्तन शील खेती विश्व की समस्याओं का समाधान है। कार्यक्रम के दौरान किसान नवाल किशोर सहित पंकज बागवान को उनके कृषि नवाचारों के लिए नीरज निगम अध्यक्ष बुंदेलखंड मानस जन कल्याण समिति की ओर से वस्त्र अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। संजीवनी भारत ट्रस्ट के सचिव अरुण निगम ने कहा, "किसानों का योगदान सिर्फ अन्न उत्पादन तक सीमित नहीं है। वे समाज और पर्यावरण के संरक्षक भी हैं। ऐसे आयोजनों से जागरूकता बढ़ती है और किसान सशक्त होते हैं।" कार्यक्रम में अनेक किसान उपस्थित रहे।