*26 जुलाई कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को किया गया याद*
अमौली (फतेहपुर )।कारगिल विजय दिवस पर देश पर शहीद हुए जवानों की कुर्बानी याद कर देश को गर्व है। वर्ष 1999 में पाकिस्तान से हुए कश्मीर के कारगिल के युद्ध में झाऊपुर गांव के पैरा कमांडो विजयपाल यादव ने दुश्मन के दांत खट्टे करते हुए देश पर शहीद हो गए थे।
विजयपाल 10 जून 1999 में शहीद हुए थे उनके परिवार में पत्नी सुषमा यादव व बेटी विजयलक्ष्मी है। शहीद के गांव में विद्युतीकरण सड़क निर्माण के साथ ही शहीद स्मारक का निर्माण किया गया है। जहां पर उनकी याद में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित करके उनके बलिदान को याद किया जाता है। विजयपाल ने राम सागर व सुखदेव के घर 1976 में जन्म लिया था। इनकी पढ़ाई आदर्श इंटर कॉलेज जहानाबाद में हुई थी। इंटर पास करने के पश्चात 1997 में सेना में कानपुर कैंट में हुई भर्ती में उनका चयन हो गया था। 2 साल नौकरी के दौरान भारत पाक युद्ध जो कश्मीर के कारगिल में हुआ था उसमें वह वीरगति को प्राप्त हो गए।
पत्नी के नाम एक पेट्रोल पंप सरकार ने शहीद विजय पाल की स्मृति में दिया जो कारगिल पेट्रोल पम्प के नाम से जाना जाता है। जिससे पत्नी और बेटी का जीवन यापन व बेटी की शिक्षा दीक्षा हो रही है।
देश पर शहीद हुए बेटे पर माता-पिता को गर्व है भाई अजय यादव भी अपने भाई की तरह ही देश सेवा का जज्बा लिए हुए थे उनकी इच्छा थी फौज में भर्ती होकर देश की सेवा करें पर ऐसा ना हो सका और वह समाज में रहते हुए लोगों के अच्छे कार्यों को करने में रुचि रखते हैं एवं एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में देश की सेवा कर रहे हैं।
शहीद विजय पाल की साहस वीरता व शौर्य से प्रेरणा लेकर झाउपुर गांव के ज्यादातर युवक अपना लक्ष्य देश की तीनों सेनाओं में जाकर देश की सेवा करना समझते हैं । लगभग गांव के सभी युवक फौज एयर फोर्स व पुलिस में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे हैं।विजय के पिता का कहना है कि उनको विजय की शहादत पर गर्व है। भाई अजय ने कहा विजय बड़ी बहादुरी के साथ दुश्मनों से लड़े थे उनके बलिदान पर सरकार व देशभर में उन्हें सम्मान मिला था उनकी बहादुरी के किस्से सुनकर क्षेत्र के युवक सेना में जाने की प्रेरणा देते हैं।