नई दिल्ली, भारत और चीन के बीच पिछले कई महीनों से तनाव जारी है। इस बीच हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र में चीन से बढ़त लेने के लिए भारतीय नौसेना ने पिछले दिनों रूस और क्वाड देशों के साथ अलग-अलग सैन्य अभ्यास किया। भारत की पश्चिमी समुद्री सीमा से लेकर अमेरिका तक का समुद्री क्षेत्र जहां हिंद प्रशांत क्षेत्र माना जाता है वहीं क्वाड चार देशों भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान का एक रणनीतिक समूह है। भारत ने उत्तरी अरब सागर क्षेत्र में 26 सितंबर से 28 सितंबर 2020 तक जापान के साथ तीन दिवसीय सैन्य अभ्यास किया। यह सैन्य अभ्यास भारत-जापान के बीच हर दो साल में होने वाले सैन्य अभ्यास का चौथा संस्करण था। इस अभ्यास में जापान के हेलीकॉप्टर कैरियर जेएस सुगा ने भी भाग लिया
इससे पूर्व अक्टूबर 2018 में विशाखापत्तनम के निकट दोनों देशों में ने संयुक्त सैन्य अभ्यास किया था। इसी तरह नौसेना ने आस्ट्रेलियाई नौसेना के साथ 23 से 24 सितंबर को पूर्वी हिंद महासागर क्षेत्र में सैन्य अभ्यास किया। इस अभ्यास में आस्ट्रेलिया के एचएमएएस होबार्ट और भारत के सह्याद्रि और कारमुक जहाजों ने भाग लिया। इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों में प्रचलित आधुनिक हथियारों के इस्तेमाल की समझ और सहयोग विकसित करना था।
इसी प्रकार रूसी नौसेना के साथ भारतीय नौसेना ने चार और पांच सितंबर को बंगाल की खाड़ी में सैन्य अभ्यास किया। नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के बीच आपसी समझ और विश्वास विकसित करना रहा। रूस के साथ यह 11वां अभ्यास था। दोनों देश हर दो साल के अंतराल पर इस तरह का सैन्य अभ्यास करते हैं।
इसी प्रकार हिंद महासागर से अमेरिकी नौसेना के निमित्ज कैरियर के हिंद महासागर से 20 जुलाई को गुजरने के दौरान नौसेना के दो जहाजों ने अभ्यास में भाग लिया। इस सैन्य अभ्यास को पैसेक्स के नाम से जाना गया।