आत्मा योजना अंतर्गत गांधी मैदान में जनपद स्तरीय किसान मेले का जिलाधिकारी ने फीता काटकर किया शुभारंभ
फतेहपुर।गांधी मैदान मे रवी गोष्टी एवं किसान मेला का आयोजन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में किया गया। मेला में जिलाधिकारी द्वारा फीता काटकर एवं दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया गया।
उप कृषि निदेशक ने मुख्य अतिथि स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए जनपद स्तरीय रवी गोष्ठी एवं किसान मेला के आयोजन की रूपरेखा एवं कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं.कार्यक्रमों के बारे में किसानों का जानकारी दी गयी।
कृषि विज्ञान केन्द्र थरियोंच के वैज्ञानिक डा0 जितेन्द्र सिंह द्वारा खेती की नवीनतम तकनीकी जानकारी दी गयी।
शियाट्स के वैज्ञानिक डा0 मनीश केशरवानी वैज्ञानिक द्वारा फसल अवशेष प्रबन्धन एवं रबी फसलों में अधिक उत्पादन हेतु
विस्तार जानकारी दी गयी।मौसम वैज्ञानिक सचिन शुक्ला द्वारा मौसम के बारे में जानकारी दी गयी। प्रगतिशील किसान बजरंग सिंह द्वारा बीज उत्पादन के सम्बन्ध में किसानों के मध्य अपने अनुभव साझा किये एवं अविनाश
उत्तम ग्राम शाहजहाँपुर द्वारा फूल गोभी एवं अन्य सब्जियों की उन्नतशील खेती के बारे में बताया गया। आर0डी0
प्रजापति, सहायक निदेशक, मत्स्य द्वारा अनुदान पर तालाब खुदाई कर मत्स्य पालन के क्षेत्र में कृषकों को विस्तार से
बताया गया। वी०डी०मिश्रा अग्रणी जिला प्रबन्धक बैंक ऑफ बडौदा द्वारा किसान केडिट कार्ड एवं फसल बीमा के
सम्बन्ध में जानकारी दी गयी।
उप कृषि निदेशक द्वारा बताया गया कि कृषि विभाग के क्षेत्रीय कार्मिकों द्वारा न्याय पंचायत के अन्तर्गत समस्त
ग्रामों में जाकर प्रसार-प्रसार किया जा रहा है तथा किसानों को फसल अवशेष प्रबन्धन तथा पराली जलाने से होने वाले
वायु प्रदूषण के कारण पर्यावरण प्रभावित होने के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। पराली के प्रबन्धन हेतु जनपद में कृषि
विभाग द्वारा वितरित फार्म मशीनरी बैंक एवं कस्टम हायरिंग सेंटर की सूची विकास खण्डवार उपलब्ध करायी गयी है
जिससे वह सुगमता पूर्वक फसल अवशेष प्रबन्धन के कृषि यंत्रों को प्राप्त करते हुये फसल अवशेषों का निस्तारण कर
सकते हैं। इसके लिये वेस्ट डी कम्पोजर भी मॅगाये जा रहे हैं जो यथाशीघ्रं कृषकों को उपलब्ध कराये जायेंगे जिससे वह
पराली को सड़ाते हुये कम्पोस्ट खाद तैयार कर खेत में प्रयोग करें। जनपद में बीज एवं उर्वरक तथा कृषि रक्षा रसायन
पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
जिलाधिकारी द्वारा अपने सम्बोधन में बताया गया कि फसल अवशेषों को खेतों में कदापि न जलाए। खेतों
में आग लगाने से जमीन का तापमान बढ़ जाता है जिससे लाभदायक सूक्ष्म जीव मर जाते हैं व आवश्यक पोषक तत्व नष्ट
हो जाते हैं। मिट्टी अनुपजाऊ हो जाती है। फसलों के अवशेष से कम्पोस्ट खाद बनाएं तथा मिट्टी में मिलाकर जीवांश
कार्बन बढ़ाकर उपजाऊ बनाए तथा फसल उत्पादन बढ़ाए। जिस किसान के द्वारा दिन या रात में पराली जलायी जाती है
तो उसकी जानकारी सेटेलाइट के द्वारा शासन को हो जाती है। पराली जलाने की प्रतिदिन समीक्षा शासन स्तर पर की
जा रही है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा कृषि विभाग, एग्रो एवं पी0सी0एफ0 के माध्यम से कृषि निवेशों की उपलब्धता के
विषय मे विस्तृत जानकारी कृषकों को उपलब्ध करायी। धान खरीद के सम्बन्ध में बताया गया कि जनपद में धान क्रय के
केन्द्र संचालित हैं। अधिक से अधिक किसान धान केन्द्रों पर ही अपना धान विक्रय करें। कोविड-19 के अन्तर्गत आवश्यक सुझाव दिये गये।
जिलाधिकारी द्वारा समस्त कृषको की समस्याओं को बिन्दुवार सुनकर उनका त्वरित निस्तारण किया गया तथा परम्परागत कृषि विकास योजनान्तर्गत जैविक बीज प्रबन्धन के अन्तर्गत ग्राम ठिठौरा रावतपुर विकास खण्ड-तेलियानी
के 10 किसान एवं ग्राम सहिमापुर विकास खण्ड भिटौरा के 05 कुल 15 किसानों को कृषि क्षेत्र में अच्छा कार्य करने पर प्रमाण पत्र वितरित किये गये।
मेला में कृषि, उद्यान, एग्रो, पशुपालन, मत्स्य, रेशम, लघु सिंचाई, नाबार्ड, प्रज्ञा ग्रामोत्थान सेवा समिति अन्य
विभागों द्वारा अपने विभाग से सम्बन्धित स्टाल लगाकर कृषकों को नवीनतम जानकारी प्रदान की गयी इसके अतिरिक्त फसल
अवशेष जलाने से होने वाले दुष्परिणामों से सम्बन्धित फसल अवशेष प्रबन्धन के कृषि यंत्रों का प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जायेगा।
जनपद स्तरीय रबी गोष्ठी एवं किसान मेला में कृषि विज्ञान केन्द्र थरियॉव के वैज्ञानिकों सहित कृषि विभाग के
अधिकारीगण, विद्युत विभाग के अधिकारीगण, आदि उपस्थित रहे। जिला कृषि रक्षा अधिकारी द्वारा मेले में उपस्थित
अधिकारीगणों एवं कृषकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए रबी गोष्ठी का समापन किया गया।